अब धनबाद में आधुनिक तरीके से होगा ट्रेन साफ़, 75 घंटे का काम मात्र 15 मिनट में होगा पूरा
धनबाद में अब ट्रेन की सफाई के लिए एक आधुनिक तरीके का इस्तेमाल किया जाएगा. एक ऐसा तरीका जो एक बड़ा परिवर्तन लेकर आयेगा. अब यहाँ ट्रेनों की सफाई मैन्युअल तरीके से नहीं, बल्कि ऑटोमैटिक कोच वॉशिंग प्लांट के ज़रिए की जाएगी. यह धनबाद रेल मंडल का पहला ऑटोमैटिक कोच वॉशिंग प्लांट है. इसे लगाने में करीब एक महीना का वक्त लगा है. इसकी मदद अब काम और भी आसान हो जाएगा. बता दें कि 2.14 करोड़ रुपये की लागत से कोचिंग डीपो में यह प्लांट तैयार किया गया है. जिसकी मदद से पूरे ट्रेन की सफ़ाई आसानी से हो जाएगी.
जानिये क्या कुछ होगा बदलाव
इसके लेकर कोचिंग डीपो के अधिकारी अभय मेहता ने बताया कि पहले मैन्युअल तरीके से रोज 13-14 रैक की धुलाई होती थी, जिसमें एक रेक को धोने में 4 से 5 घंटे लगते थे। यानी 15 रैक की धुलाई में 75 घंटे लग जाते थे. लेकिन अब ऑटोमैटिक प्लांट के ज़रिए ये पूरा काम मात्र 15 मिनट में हो जाएगा. यहाँ एक या दो घंटे की नहीं बल्कि तीन दिन तक का फ़र्क़ आयेगा. इतना ही नहीं जहाँ एक रेक धोने में 1500 लीटर पानी लगता था अब यही काम को पूरा करने में मात्र 300 लीटर पानी का इस्तेमाल होगा. इसमें समय ही नहीं बल्कि पानी का भी काफ़ी बचत हो रहा है. इसमें से भी 80% पानी रिसाइकल कर दोबारा इस्तेमाल किया जा सकता है. यानी इतने कम में भी मात्रा 20 % पानी का इस्तेमाल हो रहा है. इसमें हर साल करीब 1.28 करोड़ लीटर पानी की बचत की जा सकेगी.
