रांची। झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष एवं झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष मणि शंकर ने नेमरा पहुंचकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की और पूर्व मुख्यमंत्री दिशोम गुरु शिबू सोरेन के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने आग्रह किया कि गुरुजी की अस्थि कलश यात्रा पूरे झारखंड में निकाली जाए, ताकि राज्य के लोग उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए अंतिम जोहार अर्पित कर सकें। मणि शंकर ने कहा कि झारखंड के गांव-गांव में गुरुजी को लोग सम्मान और आदर्श के रूप में देखते हैं। उन्होंने मांग की कि गुरुजी के अलग राज्य के लिए किए गए संघर्ष और संथाल आंदोलन का जीवंत चित्रण फोटो व दस्तावेजों के माध्यम से कराने हेतु रांची और देवघर में संग्रहालय (म्यूजियम) की स्थापना की जाए। उनके अनुसार, राजधानी रांची और पर्यटक स्थल देवघर में ऐसे संग्रहालय से देश-विदेश के लोग झारखंड आंदोलन के महानायक और आदिवासी अस्मिता के प्रतीक शिबू सोरेन के जीवन से जुड़ी जानकारियां प्राप्त कर सकेंगे। कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री से अपील की कि आदिवासियों के प्रति संवेदनशीलता दिखाते हुए गुरुजी को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान “भारत रत्न” प्रदान किया जाए। साथ ही झारखंड कैबिनेट और आगामी विधानसभा से पारित कर यह प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन राजधर्म और पुत्रधर्म का अद्वितीय उदाहरण पेश कर रहे हैं तथा नेमरा गांव से ही जरूरी फाइलों का निपटारा कर झारखंडवासियों के दुख-दर्द को समझ रहे हैं। मणि शंकर ने यह भी सुझाव दिया कि वीर शिबू सोरेन के संघर्ष और बलिदान की गाथा को विद्यालयों के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस प्रतिनिधि एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता निरंजन शर्मा ने भी मुख्यमंत्री से मुलाकात कर अपनी संवेदना व्यक्त की।
