रांची : झारखंड में आम जनता की समस्याओं के समाधान के उद्देश्य से प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय रांची में आज जनता दरबार का आयोजन किया गया। दरबार की अध्यक्षता राज्य की ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने की। मंत्री ने एक-एक कर आए लोगों की समस्याएं सुनीं और उनके त्वरित समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश भी दिए। दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि जनता दरबार केवल एक औपचारिक प्रक्रिया नहीं है, बल्कि यहां वास्तविक समाधान सुनिश्चित किया जाता है। उन्होंने बताया कि झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) द्वारा आयोजित परीक्षाओं में सफल कई छात्रों ने शिकायत की कि प्रमाण पत्र सत्यापन की प्रक्रिया लंबित है। इस पर उन्होंने कहा कि संबंधित विभाग को जल्द निर्देश दिए जाएंगे और प्रक्रिया को तेज किया जाएगा। मंत्री ने बताया कि पिछली बार जनता दरबार में एक महिला इरम परवीन ने शिकायत की थी कि उसकी तीन महीने की बच्ची को उसका पति कश्मीर ले गया है। इस पर रांची पुलिस को तत्काल निर्देश देने के बाद बच्ची को मां से मिलवा दिया गया। उन्होंने इसे जनता दरबार की संवेदनशीलता और प्रभावशीलता का उदाहरण बताया। विधानसभा के आगामी सत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए मंत्री ने कहा कि सरकार पूरी तरह तैयार है। अनुपूरक बजट के साथ-साथ कई महत्वपूर्ण विधेयकों पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने विशेष रूप से झारखंड विश्वविद्यालय विधेयक का उल्लेख करते हुए कहा कि यह उच्च शिक्षा में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाला कदम होगा । एसएआर (स्पेशल समरी रिवीजन) को लेकर मंत्री ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि यह वोटबंदी की नई साजिश है। उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार सहित कई राज्यों में वोटर लिस्ट से नाम हटाए जा रहे हैं, जिससे भाजपा को चुनावी लाभ मिल सके। साथ ही, उन्होंने कहा कि राहुल गांधी द्वारा उठाए गए मुद्दों को अब देश भी मान रहा है, जिससे सरकार को यू-टर्न लेना पड़ रहा है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सोनाल शांति ने बताया कि इस दरबार में करीब 52 लोगों ने अपनी समस्याएं रखीं।जनता दरबार में आई समस्याओं में मुख्य रूप से सड़क निर्माण, नौकरी से जुड़ी नियुक्तियां, मईंया सम्मान योजना, जमीन विवाद, अबुआ आवास योजना, पुलिस थानों से संबंधित शिकायतें जनता दरबार में दिखी । यह स्पष्ट है कि कांग्रेस पार्टी राज्य में जनसरोकार के मुद्दों को गंभीरता से ले रही है और आम नागरिकों की आवाज़ को प्राथमिकता दे रही है।
