चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिले के गोईलकेरा थाना क्षेत्र में मंगलवार सुबह सुरक्षाबलों और भाकपा (माओवादी) नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में संगठन का एरिया कमांडर अरुण उर्फ वरुण उर्फ निलेश मदकम मारा गया। वह छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के कोन्टा थाना क्षेत्र का रहने वाला था और हत्या, अपहरण, पुलिस पार्टी पर हमले समेत कई संगीन मामलों में वांछित था।
चाईबासा पुलिस अधीक्षक कार्यालय के अनुसार, 12 अगस्त को खुफिया इनपुट मिला था कि माओवादी शीर्ष नेता मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछु, अनल, असीम मंडल, अजय महतो, सागेन अंगरिया और अश्विन समेत कई कुख्यात नक्सली स्वतंत्रता दिवस के मौके पर बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं। इनपुट के आधार पर चाईबासा पुलिस और कोबरा 209 बटालियन ने संयुक्त रूप से विशेष अभियान शुरू किया।
मंगलवार सुबह करीब 6 बजे दुगुनिया, पोसैता और तुम्बागाड़ा के जंगल-पहाड़ी इलाकों में घेराबंदी के दौरान नक्सलियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी। जवानों ने तुरंत जवाबी कार्रवाई की, जिसके बाद नक्सली भाग निकले। सर्च ऑपरेशन में एक नक्सली का शव बरामद हुआ, जिसकी पहचान एरिया कमांडर अरुण के रूप में हुई।
मौके से एक एसएलआर राइफल, कारतूस और नक्सली सामग्री जब्त की गई। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, अरुण के खिलाफ गोईलकेरा, सोनुवा और टोंटो थानों में छह मामले दर्ज थे, जिनमें 2019 से 2023 के बीच की घटनाएं शामिल हैं। इन मामलों में हत्या, विस्फोटक अधिनियम के तहत अपराध और पुलिस बल पर हमले शामिल हैं।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के दिशा-निर्देशों के तहत आगे की कार्रवाई की जा रही है। नक्सल विरोधी अभियान जारी है और इलाके में अतिरिक्त बल तैनात कर तलाशी जारी रखी गई है।
