पटना/मोकामा। बाहुबली और मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह बुधवार को पटना के बेऊर जेल से रिहा हो गए। जेल से बाहर निकलते ही उनके समर्थकों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। “छोटे सरकार जिंदाबाद” और “हमारा विधायक कैसा हो, अनंत सिंह जैसा हो” जैसे नारों से पूरा इलाका गूंज उठा। समर्थकों की भारी भीड़ उनके वाहन के पीछे-पीछे चलती रही और मोकामा तक उनके काफिले ने जुलूस का रूप ले लिया।
जेल के बाहर अनंत सिंह ने मीडिया से कोई बात नहीं की, लेकिन जैसे ही वह अपने आवास पहुंचे, बेबाक अंदाज में सवालों का जवाब दिया — वही अंदाज, जिससे “छोटे सरकार” की पहचान बनी है।
आवास पर समर्थकों के फूल-मालाओं से स्वागत के बाद अनंत सिंह ने बड़ी घोषणा की। उन्होंने कहा कि वे मोकामा से जदयू के टिकट पर अगला चुनाव लड़ेंगे।
उन्होंने साफ कहा, “नीतीश कुमार के सामने कोई विकल्प नहीं है।” इसके साथ ही अनंत सिंह ने एक ‘बड़ी भविष्यवाणी’ भी कर दी – “नीतीश जी अभी 25 साल लगातार बिहार के मुख्यमंत्री रहेंगे।”
जब मीडिया ने उनसे तेजस्वी यादव के उस बयान पर प्रतिक्रिया मांगी जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उनकी योजनाओं की नकल कर रहे हैं, तो अनंत सिंह का जवाब एकदम ठेठ अंदाज में था –
“ई सब लंदर फंदर में हम नहीं रहते है। के का कह रहा है, इससे हमको मतलब नहीं है। नीतीश कुमार कौन ऐसा चीज नहीं किया जो बचा हुआ है? रोड, लाइन, पानी, बिजली, स्वास्थ्य – सब चीज का उन्होंने व्यवस्था कर दिया है।”
वो यहीं नहीं रुके –
“विरोधी कभी बड़ाई कर सकता है क्या? विरोधी को बोलने का मुंह है क्या? पक्ष और विपक्ष होता है काहे के लिए?”
जेल से बाहर आते ही जो जनसमर्थन अनंत सिंह को मिला, उसने साफ कर दिया कि मोकामा में उनका जनाधार अभी भी मजबूत है। समर्थकों ने उन्हें ‘विधायक’ की तरह नहीं, बल्कि ‘नेता’ की तरह नहीं, बल्कि ‘छोटे सरकार’ की तरह सिर-आंखों पर बैठाया।
अब देखना है कि अनंत सिंह की यह वापसी मोकामा की सियासत को किस मोड़ पर ले जाती है, लेकिन उनके अंदाज और बयानों से यह तो साफ है — राजनीति में “छोटे सरकार” फिर से बड़े खेल के लिए तैयार हैं।
