रांची : झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक और राज्यसभा सांसद शिबू सोरेन के निधन की खबर से पूरा झारखंड शोक में डूब गया है। 84 वर्षीय ‘दिशोम गुरु’ ने आज प्रातः अंतिम सांस ली। इस दुखद समाचार के बाद झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। यह सत्र पहले 7 अगस्त तक चलने वाला था। विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही पूरे सदन में भावुक माहौल देखा गया। पक्ष और विपक्ष के सभी सदस्य एकजुट होकर ‘शिबू सोरेन अमर रहें’, ‘दिशोम गुरु अमर रहें’ के नारे लगाने लगे। विधानसभा अध्यक्ष रबिंद्रनाथ महतो ने शोक व्यक्त करते हुए कहा: “यह दिन हम सभी के लिए अत्यंत दुःखद है। शिबू सोरेन जी झारखंड के महान नेता, समाज के मार्गदर्शक और अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने वाले योद्धा थे। उन्होंने वंचितों को अधिकार दिलाने की लड़ाई लड़ी। उनका निधन सिर्फ झारखंड नहीं, पूरे देश के लिए अपूरणीय क्षति है।” सभा में कुछ देर का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कहा, “बाबा नहीं रहे। उनकी प्रेरणा, उनका आंदोलन और उनका झारखंड, ये हमेशा हमारे साथ रहेंगे। इस दुख की घड़ी में सभा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किया जाता है।” झारखंड की राजनीति के एक युग का अंत हुआ है। शिबू सोरेन का जाना न केवल एक राजनीतिक क्षति है, बल्कि सामाजिक न्याय की लड़ाई के एक बड़े सेनानी का अवसान भी है।
