Desk: झारखंड की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना को अब और पारदर्शी बनाया जा रहा है. सरकार ने फर्जीवाड़ा रोकने के लिए बड़ा फैसला लिया है – अब इस योजना का लाभ लेने के लिए राशन कार्ड और आधार कार्ड दोनों अनिवार्य होंगे.
राशन कार्ड पोर्टल की एपीआई का उपयोग
महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग, खाद्य आपूर्ति विभाग के सहयोग से लाभार्थियों के राशन कार्ड का सत्यापन करेगा. इसके लिए राशन कार्ड पोर्टल की एपीआई का उपयोग किया जाएगा. साथ ही लाभार्थियों की जानकारी एनपीसीआई, एनआईसी और पीएफएमएस के माध्यम से भी जांची जाएगी.
इस कदम की जरूरत तब महसूस हुई जब हाल ही में पश्चिम बंगाल के एक व्यक्ति ने एक ही बैंक खाते से 95 बार आवेदन कर धोखाधड़ी करने की कोशिश की.
अब अप्रैल से योजना में बड़ा बदलाव लागू हो गया है. 2500 रुपये की मासिक सहायता केवल उन्हीं खातों में भेजी जाएगी जो आधार से लिंक होंगे.
योजना का लाभ पाने के लिए महिला की उम्र 21 से 50 वर्ष के बीच होनी चाहिए. अगर महिला का खुद का राशन कार्ड नहीं है, तो पिता या पति का राशन कार्ड भी मान्य होगा. रांची जिले में अब तक 4.31 लाख महिलाओं को इस योजना का लाभ मिल चुका है. यह योजना राज्य सरकार की उस सोच को दर्शाती है, जो महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है.
