पटना: बिहार की सियासत में एक बार फिर तेजप्रताप यादव ने हलचल मचा दी है। शनिवार को उन्होंने ऐलान कर दिया कि वे वैशाली जिले की महुआ विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। खास बात यह रही कि इस ऐलान के दौरान वो पहली बार पीली टोपी में नजर आए, जबकि अब तक वे हरी टोपी में ही दिखते थे जो आरजेडी की पहचान रही है। उन्होंने खुद बताया कि टीम तेजप्रताप के झंडे में पीला और हरा दोनों रंग है।
तेजप्रताप ने कहा, “टीम तेजप्रताप एक प्लेटफॉर्म है। जो भी युवा चुनाव लड़ना चाहेगा, हम उसे समर्थन देंगे। हमारी टीम युवाओं, शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य की बात करने वालों को आगे बढ़ाएगी।” उन्होंने यह भी तंज कसा कि “चाचा (तेजस्वी यादव) इस बार मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे। जो जनता की बात करेगा वही सरकार बनाएगा।”
इस मौके पर तेजप्रताप यादव ने कई सवालों का जवाब अपने चिर-परिचित अंदाज में दिया। उन्होंने कहा, “महुआ से चुनाव लड़ना पहले ही तय था। विरोधियों को खुजली हो रही है। ऐसे लोग गाल खुजलाते रहेंगे, हम जनता के बीच जाएंगे।” गौरतलब है कि महुआ सीट फिलहाल राजद के ही मुकेश कुमार के पास है।
तेजप्रताप फिलहाल हसनपुर सीट से विधायक हैं, लेकिन इस बार वह अपने पुराने विधानसभा क्षेत्र को छोड़कर महुआ की ओर रुख कर रहे हैं। यही वह सीट है जिससे उन्होंने 2015 में पहली बार विधानसभा का चुनाव जीता था।
शनिवार को तेजप्रताप ने ‘टीम तेजप्रताप’ के गठन का भी ऐलान किया। उन्होंने कहा कि इस बैनर से बिहार में और भी लोग चुनाव लड़ सकते हैं। उन्होंने खुद को किंगमेकर बताते हुए कहा कि अब वही तय करेंगे कि बिहार का अगला मुख्यमंत्री कौन बनेगा।
तेजप्रताप यादव की इस घोषणा के बाद बिहार की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। उन्होंने सोशल मीडिया पर भी बड़ा कदम उठाते हुए अपने परिवार के 16 सदस्यों को अनफॉलो कर दिया है। इनमें राज्यसभा सांसद मीसा भारती, बहन राज लक्ष्मी और हेमा यादव भी शामिल हैं।
हाल ही में उन्होंने एक पोस्ट में लिखा था कि सपने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन्हें बीजेपी में शामिल होने का न्योता दे रहे थे। तेजप्रताप ने जवाब दिया- “मेरे पास अपनी पार्टी है, आप ही हमारी पार्टी में आ जाइए।” इस पोस्ट के साथ उन्होंने लिखा, “सपने बेचने वाले बहुत हैं, हम वो हैं जो सपने में भी विचार नहीं बेचते।”
तेजप्रताप के इस नए अवतार से साफ है कि वे अब अपनी राह खुद तय करना चाहते हैं। परिवार और पार्टी से बढ़ती दूरी के बीच महुआ से उनका निर्दलीय चुनाव लड़ना आने वाले चुनावों में नया समीकरण तैयार कर सकता है।
