पटना. बिहार की सियासत में एक बार फिर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. दरअसल नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को निर्वाचन आयोग और जिला प्रशासन ने अल्टीमेटम जारी किया है. चुनाव आयोग और जिला प्रशासन ने कहा कि तेजस्वी यादव अपना दूसरा वोटर आई कार्ड जमा करा दें. दरअसल यह मामला उस दूसरे EPIC नंबर (वोटर आईडी) से जुड़ा है, जिसे तेजस्वी यादव ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सार्वजनिक किया था. तेजस्वी ने प्रेस वार्ता के दौरान दावा किया था कि उनका नाम वोटर लिस्ट में नहीं है और इसी दौरान उन्होंने एक दूसरा EPIC नंबर RAB2916120 दिखाया था. लेकिन, जांच के बाद जिला प्रशासन ने EPIC नंबर RAB2916120 को फर्जी करार दे दिया है. जिला प्रशासन की जांच में सामने आया है कि यह EPIC नंबर चुनाव आयोग या जिला प्रशासन द्वारा कभी जारी ही नहीं किया गया था. अधिकारियों के मुताबिक, इस नंबर का रिकॉर्ड किसी भी सरकारी डेटाबेस में मौजूद नहीं है. जिला प्रशासन ने तेजस्वी यादव को एक बार फिर नोटिस भेजते हुए कहा है कि वे इस EPIC नंबर वाला वोटर आईडी कार्ड 16 अगस्त शाम 5 बजे तक संबंधित कार्यालय में जमा करें. साथ ही चेतावनी दी गई है कि फर्जी वोटर आईडी बनाना और उसका उपयोग करना कानूनी अपराध है, जिसके लिए कड़ी कार्रवाई हो सकती है. बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने बीते दिनों प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दावा किया था कि उनका नाम वोटर लिस्ट से गायब है. उन्होंने अपने फोन को स्क्रीन से जोड़कर EPIC नंबर RAB2916120 डालकर दिखाया था, जिसके बाद ‘कोई रिकॉर्ड नहीं मिला’ का संदेश आया. इस पर तेजस्वी यादव ने कहा था, मेरा नाम नहीं है तो मैं चुनाव कैसे लड़ूंगा? यह लोकतंत्र की हत्या है”. उन्होंने चुनाव आयोग पर बीजेपी के इशारे पर काम करने का भी आरोप लगा दिया. वहीं चुनाव आयोग ने तेजस्वी के दावे को ‘भ्रामक और तथ्यहीन’ करार दिया. आयोग ने स्पष्ट किया कि तेजस्वी का नाम ड्राफ्ट मतदाता सूची में सीरियल नंबर 416, बूथ 204 (वेटरनरी कॉलेज, पटना) पर दर्ज है और उनका EPIC नंबर RAB0456228 है. इसका उपयोग उन्होंने 2020 के चुनाव में भी किया था. चुनाव आयोग ने कहा कि तेजस्वी द्वारा बताया गया दूसरा EPIC नंबर RAB2916120 अस्तित्व में नहीं है. अब निर्वाचन आयोग ने इसकी जांच शुरू कर दी है और दो वोटर आईडी होने पर FIR की चेतावनी दी है. अब इसको लेकर राजनीति गर्म हो गई है.
