चतरा : पंचायत का फैसला नहीं मानना और थाना की शरण में जाना एक परिवार पर भारी पड़ गया है। दबंगों ने परिवार का हुक्का पानी बंद कर सामाजिक बहिष्कार कर दिया है। साथ ही कोई भी दूकान पर सामान खरीदने और घर बनाने के लिए मजदूरों और मिस्त्री को मना कर दिया है।वहीं छत की ढ़लाई नहीं होने से परिवार इस बरसात में भीषण स्थिति से गुजर रहा है। पूरा परिवार के समक्ष विकट समस्या पैदा हो गई है। कहीं से कोई फरियाद नहीं सुनने पर यह परिवार आत्महत्या करने पर विचार कर रहा है।वहीं संबंधित परिवार ने मामले की जानकारी क्षेत्र के पत्रकारों को दी। जानकारी के अनुसार पत्थलगडा के लोहार टोला निवासी राधिका देवी पति रंजीत मिस्त्री का अपने गोतिया के साथ जमीनी विवाद था।पंचायत में यह मामला आया तो दबंगों ने एक तरफा फैसला सुना दिया। विवश होकर राधिका देवी थाना और अंचल गई तो दबंग नाराज हो गये और हुक्का पानी बंद करा दिया। पीड़ित परिवार ने न्याय की गुहार लगाते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है।
राधिका ने बताया कि वह अत्यंत गरीब और निर्धन परिवार से है और इसलिए लोग सता रहे हैं। पत्थलगडा गांव के कुछ दबंग लोग मुहल्ले के सभी खाद्य सामग्री और अन्य दूकानदारों को सामान देने से मना कर दिया है। उन्हें धमकी दी है कि जो इस परिवार को राशन-पानी और आश्रय देगा उसका भी सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा। डर से कोई उन्हें सामान नहीं दे रहे हैं। राधिका ने बताया कि उसके बच्चे को चेचक हो गया है। बच्चा बिस्किट के लिए रो रहा है। डर से कोई दूकानदार उसे दवाई और सामान नहीं दे रहे हैं। हम सभी परिवार भूखे मरने की स्थिति में आ गये हैं। वह प्रधानमंत्री आवास बना रही थी।काम में लगे मजदूर और मिस्त्री को भगा दिया गया है। रंजीत मिस्त्री ने कहा कि दबंगों का कहना है कि थाना-कचहरी से कुछ नहीं होता है। गांव पंचायत का फैसला नहीं माना को हुक्का पानी बंद रहेगा।
