RANCHI : धरती आबा बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि पर राज्यपाल संतोष गंगवार, सीएम हेमंत सोरेन समेत पूर्व सीएम अर्जुन मुंडा, पूर्व सीएम चंपाई सोरेन ने श्रद्धांजलि दी. समाधि स्थल पर उस वक्त हंगामे की स्थिति उत्पन्न हो गई, जब पूर्व मंत्री गीताश्री उरांव समेत आदिवासी समाज से जुड़े कई नेता और कार्यकर्ताओं को रांची जिला प्रशासन द्वारा जबरन हटाया गया .गीताश्री उरांव सोमवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पहुंचने के पहले ही बिरसा मुंडा के समाधि स्थल पर अपने समर्थकों के साथ पहुंच गई। लेकिन प्रशासन की ओर से गीताश्री उरांव और उनके समर्थकों को मौके से हटा दिया गया। दरअसल, रांची में सिरमटोली रैंप विवाद को लेकर गीताश्री उरांव आंदोलनरत हैं। वहीं भगवान बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि पर उनके समाधि स्थल पर राज्यपाल संतोष गंगवार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन समेत कई राजनीतिक दलों के नेता पुष्प अर्पित करने पहुंचते है। ऐसे में सुरक्षा कारणों से उन्हें हटाया गया है। हालांकि पुलिस की ओर से उन्हें डिटेन कर बस में बैठाने के बाद लोगों ने जमकर सरकार के विरोध में नारेबाजी की। लगातार सिरमटोली रैंप को लेकर आदिवासी समाज आक्रोशित है। गीताश्री उरांव भी लगातार इसका विरोध कर रहे हैं। जबकि गीताश्री उरांव के पिता बाबा कार्तिक उरांव के नाम पर इस फ्लाईओवर का नामकरण किया गया है। बावजूद इसके आदिवासी समाज का आरोप है कि उनकी भावना को ठेस पहुंचाया गया है। वहीं विपक्ष की भारतीय जनता पार्टी भी लगातार आदिवासी समाज की भावनाओं के साथ खिलवाड़ का आरोप हेमंत सोरेन सरकार पर लगा रही है।
