पटना। मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के विरोध और जन-जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व में बिहार में रविवार से ‘वोटर अधिकार यात्रा’ शुरू हो रही है।। इस यात्रा में वाम दलों और वीआईपी समेत महागठबंधन के सभी सहयोगी दलों के बड़े नेता शामिल होंगे।
लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के नेतृत्व में यह यात्रा 16 दिनों में 1,300 किलोमीटर की दूरी तय करेगी और 20 से अधिक जिलों से होकर गुजरेगी। राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “16 दिन, 20+ ज़िले, 1,300+ किलोमीटर। हम मतदाता अधिकार यात्रा के साथ लोगों के बीच आ रहे हैं। यह सबसे मौलिक लोकतांत्रिक अधिकार – ‘एक व्यक्ति, एक वोट’ की रक्षा की लड़ाई है। संविधान बचाने के लिए बिहार में हमसे जुड़ें।”
यात्रा 17 अगस्त को सासाराम से शुरू होकर 1 सितंबर को पटना में समाप्त होगी। 17 अगस्त को यात्रा सासाराम, डेहरी ऑन सोन और रोहतास से होकर जाएगी, जबकि 18 अगस्त को कुटुम्बा, औरंगाबाद, देव और गुरारू में यह जारी रहेगी। 19 अगस्त को राहुल गांधी और महागठबंधन के अन्य नेता पुनामा, वजीरगंज, गया और नवादा होते हुए बरबीघा तक जाएंगे। 21 अगस्त को तीन मोहनी दुर्गा मंदिर, शेखपुरा, सिकंदरा, जमुई होते हुए मुंगेर तक यात्रा होगी, और 22 अगस्त को चंदन बाग चौक, मुंगेर से सुल्तानगंज होते हुए भागलपुर पहुंचेगी।
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में शनिवार को आयोजित प्रेस वार्ता में कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि SIR पर चुनाव आयोग को भाजपा और जदयू पर्दे के पीछे सहयोग कर रही है। उनकी सहमति से लोगों को वोट से वंचित करने की साजिश रची जा रही है। उन्होंने बताया कि भाजपा और जदयू को छोड़कर सभी दलों ने इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी है, जबकि नीतीश कुमार मौन धारण किए हुए हैं।
डॉ. सिंह ने कहा, “लोगों में गुस्सा है, जिसका असर चुनाव में साफ दिखाई देगा।” महागठबंधन की यह यात्रा मतदाता अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने और कथित अनियमितताओं के विरोध का प्रमुख अभियान मानी जा रही है।
