पटना : बिहार में विधानसभा चुनाव 2025 से पहले मतदाता सूची को अद्यतन करने के लिए चलाया जा रहा विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान अब अंतिम चरण में है. बिहार में साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने है। विधानसभा चुनाव से पहले वोटर लिस्ट रिवीजन को लेकर बड़ा सियासी बवाल मचा हुआ है। चुनाव आयोग द्वारा जारी अपडेट में बताया गया कि 35.5 लाख मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट में नहीं होंगे। ईसी ने बताया कि अब तक 6.6 करोड़ मतदाताओं ने अपने फॉर्म जमा कर दिए हैं। यह राज्य के कुल मतदाताओं का 88.18% है। मतदाताओं के पास 25 जुलाई तक अपने फॉर्म जमा करने का समय है, जिसके बाद मतदाता सूची का मसौदा प्रकाशित किया जाएगा। राज्य चुनाव कार्यालय के अनुसार, अब तक की जांच में 1.59% मतदाता मृत पाए गए हैं, जबकि 2.2% मतदाता स्थायी रूप से किसी अन्य स्थान पर स्थानांतरित हो चुके हैं. इसके अलावा 0.73% मतदाता ऐसे मिले हैं, जिनका नाम एक से अधिक स्थानों पर दर्ज था. इस तरह कुल 4.52% नाम मतदाता सूची से हटाए जाने की स्थिति में हैं. वर्तमान स्थिति के अनुसार, कुल 88.18% मतदाताओं की स्थिति स्पष्ट हो चुकी है या तो उन्होंने अपने प्रपत्र जमा कर दिए हैं या उनका नाम एक ही स्थान पर बना हुआ है या वे स्थायी रूप से स्थानांतरित हो चुके हैं. अब केवल 11.82% मतदाता ऐसे हैं जिनके द्वारा भरे हुए ईएफ प्रपत्र अभी जमा किए जाने बाकी हैं. इनमें से भी बड़ी संख्या में मतदाताओं ने आने वाले दिनों में दस्तावेजों के साथ प्रपत्र जमा करने की इच्छा जताई है. चुनाव आयोग ने शेष मतदाताओं से अपील की है कि वे निर्धारित समय सीमा के भीतर अपने दस्तावेजों के साथ ईएफ प्रपत्र अवश्य जमा करें ताकि उनकी जानकारी अद्यतन की जा सके और मतदाता सूची को और अधिक पारदर्शी एवं त्रुटिरहित बनाया जा सके.
