Ranchi : झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के हाथों 49 नव चयनित प्रशिक्षण पदाधिकारियों को जब नियुक्ति पत्र मिला तो उनके चेहरे की मुस्कान देखते ही बन रही थी। खुशियों से भरा यह अवसर था- झारखंड मंत्रालय में श्रम, प्रशिक्षण, नियोजन एवं कौशल विकास विभाग की ओर से आयोजित नियुक्ति पत्र वितरण समारोह का। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि नियुक्तियों का यह कारवां बढ़ता रहेगा। युवाओं को रोजगार से जोड़कर राज्य को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने नव चयनित प्रशिक्षण अधिकारियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज से सरकार की एक अभिन्न अंग के रूप में जिम्मेदारियों से भरे नए सफर की आप शुरुआत कर रहे हैं। विश्वास है कि आप प्रशिक्षण देकर युवाओं के हुनर को इस तरह से निखारेंगे कि उन्हें रोजगार के लिए मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ेगा। उन्हें रोजगार के भरपूर अवसर प्राप्त होंगे। वे अपने हुनर तथा क्षमता की बदौलत देश -विदेश में मान सम्मान और गर्व के साथ कार्य कर अपने परिवार और राज्य का नाम आगे बढ़ाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्षेत्र भ्रमण के दौरान कई बार पॉलीटेक्निक संस्थानों के विद्यार्थियों ने मुलाकात कर पठन- पाठन एवं प्रशिक्षण को लेकर हो रही समस्याओं से अवगत कराया था। इसी बात को संज्ञान में लेकर आईटीआई संस्थानों को मजबूत और संसाधनयुक्त बनाने का कार्य चल रहा है। इसी कड़ी में आईटीआई संस्थानों में पढ़ाई और प्रशिक्षण की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित करने की दिशा में प्रशिक्षण पदाधिकारियों की नियुक्ति हुई है । यह हमारे द्वारा किए जा रहे प्रयासों का एक हिस्सा है और आने वाले दिनों में इसमें कई और कड़ियां जुड़ेंगी। हमारी कोशिश है कि झारखंड जैसे पिछड़े राज्य में रोजगार को लेकर नौजवानों की चिंताएं दूर हों।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हुनर का कोई मोल नहीं होता है। हुनर तो अनमोल है। अगर आपके पास हुनर हो तो आपको रोजगार के लिए दौड़ने की जरूरत नहीं है। रोजगार खुद आपके दरवाजे पर आएगा, क्योंकि हुनरमंद को हर कोई अपने साथ जोड़कर रखना चाहता है। यही वजह है कि हमारी सरकार राज्य के नौजवानों के कौशल विकास के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं
