रांची : झारखंड में विधानसभा मानसून सत्र चल रहा है। सोमवार को मानसून सत्र का दूसरा दिन है और इसमें मुख्यमंत्री प्रश्नकाल सहित राज्य के ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है। वहीं त्रिस्तरीय पंचायत प्रथिनिधि भी अपनी मांगों को लेकर विधानसभा घेराव करने की तैयारी कर चुके हैं। ये लोग अपनी लंबित मांगों को लेकर मंगलवार पांच अगस्त को विधानसभा का घेराव करेंगे और अपनी मांगों को रखने का काम करेंगे। पंचायत प्रतिनिधियों की मांगों में समय पर 15 फाइनेंस की राशि नहीं आने से जनता की समस्याओं का निदान नहीं हो रहा है। विकास के कार्यों में देरी हो रही है। खूंटी जिला परिषद के अध्यक्ष मसीह गुड़िया ने जानकारी देते हुए बताया कि विगत दो सालों से पंचायती राज व्यवस्था पूरी तरह ठाप हो गई है। पंचायत प्रतिनिधियों को सरकार पंगु बनाकर रखी है। अफसर शाही पंचायत राज व्यवस्था को अपने तरीके से चलने का प्रयास कर रही है। राज्य सरकार व केंद्र सरकार के बीच तालमेल नहीं होने के कारण इसका कमीयजा जनता भुगत रही है। इसका प्रतिकूल प्रभाव पंचायत पर पड़ रहा है। समय पर 15 फाइनेंस की राशि नहीं आने से जनता की समस्याओं का निदान नहीं हो रहा है। वहीं जिला परिषद उपाध्यक्ष मंजू देवी ने कहा झारखंड राज्य बने 25 साल बीतने जा रहा है। लेकिन पंचायत को जो अधिकार प्राप्त है अभी तक नहीं मिल पा रहा है। यह जनता के लिए भी दुर्भाग्य की बात है। जीप उपाध्यक्ष ने बताया कि 5 अगस्त को होने वाला विधानसभा घेराव कार्यक्रम में सभी त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों ने तैयारी कर ली है। राज्य के हजारों की संख्या में पंचायत प्रतिनिधि विधानसभा का घेराव किया जाएगा। बैठक में जिला परिषद सदस्य दयामणि मुंडू,जिप सदस्य नेलनी देमता, अंडकी प्रमुख कृष्ण सिंह मुंडा, खूंटी प्रमुख चोटराय मुण्डा, कर्रा प्रमुख अंजली कुमारी, रनिया प्रमुख नेली डंहगा, मुरहू प्रमुख एलिस ओडेया, तोरपा उप प्रमुख संतोष कर, मुखिया और वार्ड पार्षद शामिल हुए।
