रांची : पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता चंपाई सोरेन ने राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए चंपई सोरेन ने कहा कि बोकारो से एक आपराधिक वारदात की सूचना मिली है, जिसमें एक मुस्लिम व्यक्ति (अब्दुल) द्वारा एक आदिवासी महिला का बलात्कार करने की कोशिश की गई. महिला द्वारा शोर मचाने पर लोग जुट गए और महिला को बचाने के क्रम में उस रेपिस्ट के साथ हाथापाई हुई. पुलिस के अनुसार, बाद में उसकी मृत्यु हो गई. आत्मरक्षा का अधिकार हर किसी को है और ऐसे अपराधियों से किसी को भी सहानुभूति नहीं होनी चाहिए.
लेकिन अगले दिन, झारखंड के एक मंत्री ने बेशर्मी की सारी हदें पार करते हुए, उस रेपिस्ट को विक्टिम साबित करने की कोशिश की. उन्होंने उस बलात्कारी के परिवार के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ओर से 1 लाख, मुख्यमंत्री की ओर से 1 लाख तथा सरकार की ओर से 4 लाख की सहायता राशि एवं स्वास्थ्य विभाग में नौकरी देने की घोषणा की.
चंपाई सोरेन ने आगे कहा कि यह कैसी राजनीति है? क्या वोट बैंक के लिए सरकार इस स्तर तक गिर सकती है कि वो आदिवासी समाज की महिला का रेप करने वाले को इनाम देगी? क्या इस से रेपिस्टों को प्रोत्साहन नहीं मिलेगा? क्या हमारी बेटियाँ अब ज्यादा असुरक्षित नहीं हो जायेंगी? क्या उस महिला को आत्मरक्षा का अधिकार नहीं था? किसी भी व्यक्ति द्वारा कानून को हाथ में लेना गलत है, और कानून उस दिशा में अपना काम करेगा, लेकिन एक रेपिस्ट के पक्ष में खड़ी इस सरकार ने सभी झारखंडियों का सिर शर्म से झुका दिया है. क्या यही दिन देखने के लिए अलग झारखंड राज्य बनाया गया था? जागो आदिवासियों, जागो !
