रांची: रांची सदर अस्पताल में एक जटिल सर्जरी के जरिए 54 वर्षीय महिला के बाएं पैर में विकसित बड़े ट्यूमर को सफलतापूर्वक हटाया गया। सर्जरी का नेतृत्व कर रहे डॉक्टरों ने इसे एक चुनौतीपूर्ण मामला बताया, क्योंकि ट्यूमर मुख्य रक्तवाहिनी (फेमोरल वेसल) से सटा हुआ था और इसका आकार काफी बड़ा था।
पीड़ित महिला, एस. देवी, पिछले चार वर्षों से पैर में सूजन और भारीपन की समस्या से जूझ रही थीं। बीते दो महीनों में यह सूजन अचानक तेज़ी से बढ़ने लगी, जिससे उन्हें चलने-फिरने में कठिनाई होने लगी और दर्द असहनीय हो गया।
जांच के बाद चिकित्सकों को पता चला कि ट्यूमर मुख्य नस और मांसपेशियों के बीच स्थित है, जिससे ऑपरेशन के दौरान अत्यधिक सावधानी बरतनी थी। सर्जरी का नेतृत्व कर रहे सर्जन डॉ. अजीत कुमार ने बताया, “ट्यूमर नसों से सटा हुआ था और इसे हटाते समय रक्तस्राव या नस को नुकसान पहुँचने का गंभीर खतरा था।”
ऑपरेशन में प्लास्टिक सर्जन डॉ. विवेक गोस्वामी और एनेस्थेटिस्ट डॉ. चंदन झा की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही। तीनों डॉक्टरों की टीम ने गुरुवार को यह सर्जरी करीब तीन घंटे में पूरी की।
सर्जरी के बाद मरीज की हालत स्थिर है और वह तेजी से स्वस्थ हो रही हैं। चिकित्सकों के अनुसार, कुछ दिनों की निगरानी के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी।
अस्पताल प्रबंधन के मुताबिक, यह ऑपरेशन इसलिए भी उल्लेखनीय है क्योंकि आमतौर पर इस तरह के जटिल मामले बड़े निजी संस्थानों या सुपर-स्पेशियलिटी सेंटर में ही किए जाते हैं। सरकारी अस्पताल में इस तरह की सफलता को विशेषज्ञों ने रांची के सार्वजनिक स्वास्थ्य ढांचे के लिए सकारात्मक संकेत माना है।
मरीज के परिजनों ने डॉक्टरों और अस्पताल स्टाफ के प्रति आभार जताते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि सरकारी अस्पताल में इस स्तर की चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होगी।
