गोड्डा में 11 अगस्त को हुए पुलिस एनकाउंटर में मारे गए आदिवासी युवा नेता सूर्या हांसदा को लेकर राजनीति तेज हो गई है। इस मामले में प्रदेश भाजपा लगातार सवाल उठा रही है, वहीं झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (JLKM) भी आवाज बुलंद कर रहा है। अब इस प्रकरण की जांच राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग (एसटी कमीशन) से कराने की मांग उठी है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने आयोग को पत्र लिखकर निष्पक्ष जांच की मांग की है। उन्होंने राष्ट्रीय एसटी आयोग की सदस्य आशा लाकड़ा को लिखे पत्र में कहा कि गोड्डा पुलिस ने कथित फर्जी मुठभेड़ में सूर्या हांसदा की हत्या की है, जो आदिवासी समाज के लिए असहनीय पीड़ा देने वाली घटना है।
दीपक प्रकाश ने कहा, “यह सिर्फ एक व्यक्ति की हत्या नहीं, बल्कि आदिवासी अस्मिता और लोकतांत्रिक व्यवस्था पर सीधा आघात है। सूर्या हांसदा के परिजन गहरे दुःख और असुरक्षा में हैं। आदिवासी समाज न्याय और पारदर्शिता की उम्मीद से आयोग की ओर देख रहा है।”
उन्होंने आयोग से आग्रह किया कि मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही पीड़ित परिवार को मुआवजा और सुरक्षा प्रदान की जाए।
