गोड्डा में सबसे अधिक बनेंगे 45 आंगनबाड़ी केंद्र , पाकुड़ में 43
रांची। संताल परगना के जनजातीय बहुल पांच सहित 17 जिलों में कुल 159 आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थापना, संचालन एवं भवन निर्माण की स्वीकृति दी गई है। यह स्वीकृति केंद्रीय महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा मंत्रालय द्वारा वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए दी गई है, जिसे राज्य के सभी पांचों प्रमंडल में पूरा कराया जाएगा। सबसे अधिक गोड्डा जिलों में निर्माण की स्वीकृति मिली है, जहां कुल 45 केंद्र बनेंगे। पाकुड़ में कुल 43 केंद्र निर्माण की स्वीकृति मिली है।
आंगनबाड़ी केंद्रों के भवन निर्माण में करीब 19 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। खर्च की पूरी राशि केंद्र सरकार वहन करेगी। आंगनबाड़ी केंद्रों के संचालन एवं रखरखाव के लिए प्रति पांच वर्ष की अवधि में कुल 17 करोड़ रुपए खर्च होंगे। यह राशि केंद्र और राज्य सरकार के 60:40 के अनुपात में होगी। स्वीकृति दी गई कुल 159 केंद्रों में से 109 का निर्माण जहां पीएम जनजातीय आदिवासी न्याय महाभियान (पीएम जनमन) के तहत विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह(पीवीटीजी) बहुल जिलों में होगा। वहीं, धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान (डीएजेजीयूए) के तहत 50 केंद्रों का निर्माण उन जिलों में होगा, जहां आदिवासी जनजातीय बहुल क्षेत्र है।
वर्तमान में 38,798 केंद्र से दी जा रही सेवाएं
बता दें कि वर्तमान में राज्य में कुल 38,798 आंगनबाड़ी केंद्र स्वीकृत हैं, जिनके माध्यम से 0-6 वर्ष के बच्चों, गर्भवती महिलाओं, धातृ माताओं तथा किशोरी बालिकाओं को विभिन्न प्रकार की सेवाएं दी जा रही हैं। इसमें पूरक पोषाहार, प्रतिरक्षीकरण, पोषण एवं स्वास्थ्य शिक्षा, संदर्भ सेवाएं, पूर्व प्राथमिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य जांच की सेवाएं शामिल है।
