साहिबगंज: महंगाई से परेशान जनता के सिर पर सरकार के द्वारा एक और अतिरिक्त बोझ लाद दिया गया है। खबर है कि साहिबगंज रेलवे स्टेशन के पार्किंग शुल्क में चार गुना वृद्धि कर दी गई है। अचानक इस बढ़ोत्तरी से टोटो चालक परेशान हैं। मालूम हो कि पूर्व में रेलवे स्टेशन परिसर में टोटो के प्रवेश करने पर शुल्क के रूप में 10 रुपया देना होता था। लेकिन अब इसे सीधे 40 रुपया कर दिया गया है। यानी कोई टोटो किसी यात्री को छोड़ने रेलवे स्टेशन जाता है तो उसे 40 रुपये चुकाने पड़ते हैं।
यानी पार्किंग शुल्क के मामले में साहिबगंज ने भागलपुर, पटना व रांची जैसे शहरों को भी पीछे छोड़ दिया है। पटना में रेलवे स्टेशन परिसर में चारपहिया वाहनों के प्रवेश पर 50 रुपया शुल्क देना पड़ता है। यहां ऑटो से पूर्व में 30 रुपया लिया जाता था जिसे बढ़ाकर 40 रुपया कर दिया गया है। हद तो यह कि रेलवे स्टेशन के सामने से गुजरने वाले आटो व टोटो को रोककर भी पार्किंग शुल्क वसूला जा रहा है। लोगों का कहना है कि इस पर रेलवे प्रशासन को हस्तक्षेप करना चाहिए।
टोटो चालक का कहना है कि जिला प्रशासन और रेलवे अधिकारी भी इस मामले में अभी मौन है। स्थिति यह है कि कोई टोटो चालक सुबह छह बजे से रात आठ बजे तक रेलवे स्टेशन से टोटो चलाता है तो उसे 80 रुपये रेलवे को पार्किंग शुल्क चुकाना होगा। नगर परिषद को अलग से राशि का भुगतान करना होगा। पूर्व में 10 रुपया पार्किंग शुल्क था तो टोटो को रेलवे स्टेशन परिसर के अंदर खड़ा नहीं करता था। लेकिन पहली बार सड़क पर खड़ा कर सवारी उतार रहा था कि इतने में दो लड़का आया और अपशब्द बोलते हुए 40 रुपये की रसीद काट दी।
बाहुबली के आगे झुकना पड़ा और देना पड़ा। अंत में पार्किंग में टोटो को खड़ा कर सवारी का इंतजार किया। टोटो से दिन भर में परिवार के भोजन का खर्च नहीं निकल पाता है ऐसी स्थिति में पार्किंग शुल्क में बढ़ोतरी चिंता का विषय है। टोटो चालक का कहना है कि टोटो चालकों से चार गुणा अधिक राशि वसूलना गलत है। मेरा कई साथी टोटो चलाता है। सभी लोग परेशान हैं। डर से पार्किंग में घुसना नहीं चाहता है। अब स्टेशन के सामने सड़क पर खड़ा होकर शुल्क की वसूली की जा रही है।
स्टेशन के सामने दो दो वसूलदार रसीद लेकर एक साथ देखने को मिल जाएंगे। रेलवे प्रशासन को इस दिशा में संज्ञान लेना चाहिए। अमित कुमार, आटो चालक ने बताया कि जितना मन चाहा रसीद छपवा लिया गया और रंगदारी किया जा रहा है। हम टोटो चालक उपभोक्ता फोरम में संचालक व रेलवे प्रशासन के खिलाफ शिकायत जल्द दर्ज कराने जा रहे हैं।
कोर्ट से ही हम लोगों को न्याय की उम्मीद है। पप्पू पाल, टोटो चालक का कहना है कि पार्किंग के नाम पर अधिक राशि लेने की जानकारी मिली है। लेसी को बुलाकर रेलवे द्वारा निर्धारित शुल्क ही लेने को कहा गया है। भूलवश लेसी ने 12 घंटे की रसीद छपा ली। यह तीन-तीन घंटे की होनी चाहिए। अगर कोई टोटो स्टेशन पर यात्री को छोड़कर चला जाता है तो उससे कम राशि देनी होगी।
