BNP का यू टर्न, आयी 1971 के युद्ध की याद

Facebook
Twitter
WhatsApp
Telegram

बांग्लादेश की राजनीति में एक नया मोड़ आया है, जहाँ आगामी चुनावों के मद्देनज़र बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) ने 1971 के मुक्ति संग्राम की ऐतिहासिक विरासत को लेकर गहरी चिंताएँ व्यक्त की हैं। पार्टी के महासचिव मिर्जा फखरुल इस्लाम आलमगीर ने आरोप लगाया है कि कुछ ताकतें जानबूझकर इस महत्वपूर्ण घटना के महत्व को कम करने और इसे इतिहास से मिटाने की कोशिश कर रही हैं।

बीएनपी के आरोप और चिंताएँ:

* ऐतिहासिक विरासत को कमजोर करना: मिर्जा फखरुल ने कहा कि कुछ समूह और दल ऐसे व्यवहार कर रहे हैं जैसे 1971 की घटनाएँ कभी हुई ही नहीं, जो बेहद खतरनाक है।

* चुनावी रणनीति: बीएनपी का मानना है कि वर्तमान अंतरिम सरकार और कुछ राजनीतिक ताकतें चुनावों में उनकी बढ़त को रोकने के लिए काम कर रही हैं, और यह सब एक चुनावी रणनीति का हिस्सा है।

* स्कूली पाठ्यक्रम में बदलाव: हाल ही में स्कूली पाठ्यक्रम में किए गए संशोधनों ने भी इस विवाद को हवा दी है, जिसमें शेख मुजीबुर रहमान की भूमिका को कम करके जियाउर रहमान को स्वतंत्रता की घोषणा का श्रेय दिया गया है।

राजनीतिक परिदृश्य और चुनावी तैयारियाँ:

* चुनावी मांगें: चुनावों की तैयारियों के बीच बीएनपी ने अंतरिम सरकार से जल्द से जल्द न्यूनतम सुधारों के साथ स्वीकार्य चुनाव कराने की मांग की है।

* राजनैतिक बहस: 1971 की विरासत का मुद्दा आगामी चुनावों में मतदाताओं को प्रभावित करने में अहम भूमिका निभा सकता है, जिससे राजनीतिक बहस तेज हो गई है।

* विश्लेषकों की राय: विश्लेषकों का मानना है कि 1971 की विरासत का मुद्दा आगामी चुनावों में मतदाताओं को प्रभावित करने में अहम भूमिका निभा सकता है।

इस प्रकार, बांग्लादेश की राजनीति में 1971 की विरासत का मुद्दा एक महत्वपूर्ण मोड़ ले चुका है, जो आगामी चुनावों को प्रभावित कर सकता है।

 

 

 

gaytri
Author: gaytri

Leave a Comment

Kelanchaltimes हिंदी के साथ रहें अपडेट

सब्स्क्राइब कीजिए हमारा डेली न्यूजलेटर और पाइए खबरें आपके इनबॉक्स में

और खबरें

शिबू सोरेन की सेहत में निरंतर सुधार

रांची झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के संस्थापक संरक्षक और पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के स्वास्थ्य में सतत सुधार देखा जा रहा है। दिल्ली के सर

विडंबना इंटर में एडमिशन के लिए भटक रही शहीद पोटो हो की वंशज रश्मि पुरती

चाईबासा 1837 में सेरेंगसिया घाटी में अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ हुए कोल विद्रोह के नायक रहे शहीद पोटो हो की वंशज रश्मि पुरती इंटरमीडिएट में

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने रातू रोड एलिवेटेड कॉरिडोर का किया उद्घाटन

रांची : रांची में नितिन गडकरी ने रातू रोड एलिवेटेड कॉरिडोर का उद्घाटन किया. इसके साथ झारखंड को 6300 करोड़ की 11 NH परियोजनाओं की

साहिबगंज में रेल हादसा : न ड्राइवर ,न गार्ड दौड़ी ट्रेन खड़ी गाड़ी से टकराई, 14 बोगियां हुई बेपटरी

साहिबगंज झारखंड के साहिबगंज जिले के बरहड़वा प्रखंड स्थित बिन्दुवासिनी रैक लोडिंग साइट पर गुरुवार सुबह एक बड़ा रेल हादसा हो गया. एक मालगाड़ी की