मधेपुरा। जेडीयू मधेपुरा के जिला उपाध्यक्ष, डॉ. ब्रजेश सिंह ने वक्फ (संशोधन) बिल, 2024 के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यह बिल वक्फ अधिनियम, 1995 में आवश्यक बदलाव करने के लिए लाया गया है, जिससे वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन और संचालन में आ रही समस्याओं का समाधान हो सके। उनका मानना है कि इस विधेयक के लागू होने से वक्फ बोर्डों की कार्यकुशलता में सुधार होगा, जिससे समाज के सबसे कमजोर वर्ग, विशेष रूप से पिछड़े मुसलमानों को लाभ मिलेगा।
डॉ. ब्रजेश सिंह ने स्पष्ट किया कि वक्फ संपत्तियों के बेहतर प्रबंधन के लिए इस संशोधन की आवश्यकता थी, ताकि संपत्तियों का उपयोग अधिक प्रभावी तरीके से किया जा सके। इससे वक्फ बोर्डों की कार्यप्रणाली में सुधार होगा, जो सीधे तौर पर पिछड़े मुसलमानों के सामाजिक और आर्थिक उत्थान में मदद करेगा।
हालांकि, डॉ. ब्रजेश सिंह ने विपक्षी नेताओं द्वारा इस बिल को लेकर फैलायी जा रही भ्रांतियों की निंदा की। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल समाज में भ्रम और उन्माद फैलाने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि लोग इस विधेयक के असल उद्देश्य को न समझ पाएं। डॉ. सिंह ने कहा कि ये भ्रांतियां उन लोगों को भ्रमित कर रही हैं, जिनके लिए यह बिल विशेष रूप से फायदेमंद है – हमारे पिछड़े मुसलमान भाई-बहन। उन्होंने यह भी कहा कि विपक्षी नेताओं का यह झूठ फैलाना महंगा साबित होगा, क्योंकि जनता अब इस तरह के झांसे में नहीं आएगी।
डॉ. ब्रजेश सिंह का बयान
“विपक्ष द्वारा फैलायी जा रही भ्रांतियां वक्फ संशोधन विधेयक के असल उद्देश्य को समझने में रुकावट डाल रही हैं। यह बिल वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन को सुव्यवस्थित करने के साथ-साथ पिछड़े मुसलमानों के सामाजिक और आर्थिक उत्थान में एक महत्वपूर्ण कदम है। हमे इस विधेयक का सही उद्देश्य समझने की जरूरत है, न कि अफवाहों और भ्रांतियों के आधार पर निर्णय लेने की।”
