पटना: शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने और बच्चों की स्कूल में उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए बिहार शिक्षा विभाग ने बड़ा कदम उठाया है. अब शिक्षकों की जिम्मेदारी सिर्फ़ क्लासरूम तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि उन्हें गांव-गांव घूमकर बच्चों को स्कूल लाने का भी काम करना होगा.
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के.के. पांडेय ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विभिन्न स्कूलों की स्थिति का जायज़ा लिया और सभी प्रधानाध्यापकों को निर्देश दिया कि वे गांवों में जाकर अभिभावकों से संपर्क करें और उन्हें अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करें.
इस दौरान उन्होंने सीतामढ़ी जिले के पोखरा मिडिल स्कूल के प्रधानाध्यापक से भी बात की. प्रधानाध्यापक ने बताया कि स्कूल में बाउंड्री वॉल नहीं है जिससे सुरक्षा में दिक्कत आती है. इस पर के.के. पांडेय ने तत्काल बाउंड्री वॉल निर्माण के निर्देश दिए.
इसके साथ ही शिक्षकों को निर्देश मिला है कि वे दो-दो की टीम में गांव जाकर बच्चों को स्कूल लाने के लिए अभिभावकों से व्यक्तिगत बातचीत करें.
