पाकुड़: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के पदाधिकारियों ने वरिष्ठ नेता रणजीत सिंह की उपस्थिति में डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती धूमधाम से मनाई। अंबेडकर चौक स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
डॉ. भीमराव अंबेडकर, जिनका जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्य प्रदेश के महू जिले में हुआ था, ने अपना पूरा जीवन दलितों, मजदूरों, अल्पसंख्यकों, शोषितों, पीड़ितों और पिछड़े वर्गों के उत्थान के लिए समर्पित किया। उन्होंने देश में इन वर्गों की बुलंद आवाज बनकर सामाजिक न्याय की स्थापना में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
बाबा साहेब अंबेडकर की शिक्षा और उपलब्धियां:
- 1907 में दसवीं की परीक्षा उत्तीर्ण की।
- 1927 में कोलंबिया विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में पीएचडी की उपाधि प्राप्त की।
- 1952 में ओनरश डिग्री हासिल की।
- स्वतंत्र भारत के पहले कानून मंत्री बने।
- हिंदू कोड बिल के माध्यम से महिलाओं के अधिकारों के लिए संघर्ष किया।
- 1950 में भारतीय संविधान लागू करवाया, जो देश के संचालन का आधार बना।
राजद पदाधिकारियों ने बाबा साहेब के योगदान को याद करते हुए कहा कि उन्होंने समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने और सामाजिक समानता स्थापित करने के लिए अथक प्रयास किए। उनका मूल मंत्र “संगठित रहो, शिक्षित बनो” आज भी प्रासंगिक है।
इस अवसर पर राजद पदाधिकारी महावीर मड़ैया, अमन सिंह, मोहम्मद सोनू, टिंकू सरकार, राघवेंद्र प्रताप, हजरत शेख और लाल मरांडी सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने बाबा साहेब को श्रद्धांजलि अर्पित की।
