भागलपुर: संविधान, आजादी और न्याय सुरक्षा सप्ताह की शुरुआत करते हुए भाकपा-माले ने पूरे जिले में डॉ. भीमराव अम्बेडकर की जयंती मनाई। स्थानीय सुरखीकल यूनियन कार्यालय में माले और ऐक्टू कार्यकर्ताओं ने डॉ. अम्बेडकर की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित की और दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। साथ ही, संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए संघर्ष जारी रखने का संकल्प लिया।
भाकपा-माले के नगर प्रभारी और ऐक्टू के राज्य सचिव मुकेश मुक्त ने इस अवसर पर कहा कि डॉ. अम्बेडकर के विचार साम्प्रदायिक ताकतों के नापाक इरादों के रास्ते में सबसे बड़ी रुकावट हैं। डॉ. अम्बेडकर ने जीवन भर धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक भारत के लिए संघर्ष किया। उन्होंने समानता पर आधारित समाज की नींव रखी। लेकिन वर्तमान सरकार लगातार संविधान विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा दे रही है। आज बाबा साहेब के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने की जरूरत है। भाकपा-माले ने उनकी जयंती से संविधान, आजादी और न्याय सुरक्षा सप्ताह की शुरुआत की है। पूरे सप्ताह डॉ. अम्बेडकर की जयंती मनाई जाएगी और उनके विचारों का प्रचार-प्रसार किया जाएगा। इसी क्रम में 15 अप्रैल को महिलाओं की सुरक्षा के सवाल पर न्याय मार्च निकाला जाएगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता भाकपा-माले के नगर सचिव विष्णु कुमार मंडल ने की। इस अवसर पर भाकपा-माले के नगर प्रभारी और ऐक्टू के राज्य सचिव मुकेश मुक्त, पूर्व नगर सचिव सुरेश प्रसाद साह, नगर कमेटी सदस्य मनोज कृष्ण सहाय, सुभाष कुमार, अमर कुमार, ऐक्टू के राजेश कुमार दास, बुधनी उरांव, अमित गुप्ता, लूटन तांती, करण कुमार आदि उपस्थित थे।
