कुर्साकांटा। सिकटी विधानसभा क्षेत्र के कपरफोड़ा गांव में आयोजित बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती समारोह सामाजिक न्याय और समावेशी राजनीति के समर्थन में एक बड़ी जनसभा में तब्दील हो गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता चंद्रदेव पासवान ने की, जबकि मंच संचालन जयमोद राम ने किया।
समारोह के मुख्य अतिथि और राजद नेता धर्मानंद विश्वास उर्फ राकेश विश्वास ने कहा कि, “डॉ. अंबेडकर ने वंचित समाज को न केवल आवाज दी बल्कि संविधान के माध्यम से उन्हें अधिकार दिलाने का रास्ता खोला। आज उनकी विरासत को बचाने और सामाजिक न्याय को मजबूत करने की सबसे बड़ी ज़िम्मेदारी हम सभी पर है।”
उन्होंने आगे कहा कि राजद का संघर्ष डॉ. अंबेडकर के मूल्यों — समानता, न्याय और भागीदारी — को जमीनी स्तर तक पहुंचाने का संकल्प है। राकेश विश्वास ने इस मौके पर केंद्र और राज्य सरकारों पर भी निशाना साधते हुए कहा कि “सामाजिक न्याय के मुद्दे अब भी गंभीर हैं और सत्ता में बैठे लोगों की उदासीनता साफ दिखती है।”
कार्यक्रम में स्थानीय राजनीति के कई प्रमुख चेहरे शामिल हुए, जिनमें पूर्व मुखिया वीरेंद्र राम, फूलचंद पासवान, सरपंच विद्यानंद सिंह, कृत्या आनंद पासवान, विद्यानंद पासवान, बाबूलाल पासवान, जय नारायण पासवान, लक्ष्मण पासवान, उप सरपंच ब्रह्मदेव पासवान, उप मुखिया केदार सिंह, राजद नेता अनिल शाह, मोहम्मद हैदर, मोहम्मद शाहबाज आलम, भौसाइ सदा, विद्यानंद सदा, सदानंद सरदार, किताबचंद सिंह एवं मोती सिंह प्रमुख रहे।
इस आयोजन में सैकड़ों की संख्या में दलित, पिछड़ा, अति पिछड़ा, अल्पसंख्यक और वंचित समुदाय के लोग शामिल हुए, जिन्होंने बाबा साहेब को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सामाजिक अधिकारों की रक्षा के लिए एकजुटता का संदेश दिया।
राजनीतिक संदेश साफ
कपरफोड़ा का यह आयोजन न केवल अंबेडकर जयंती का सम्मान था, बल्कि आगामी विधानसभा चुनावों से पहले सामाजिक आधार को मजबूत करने की रणनीति का हिस्सा भी माना जा रहा है। राजद की ओर से बढ़ती भागीदारी और पिछड़े वर्गों में सक्रियता, क्षेत्रीय राजनीति में बदलाव का संकेत दे रही है।
