पाकुड़: पश्चिम बंगाल में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल ने कड़ा रुख अख्तियार किया है। संगठन के कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग करते हुए जिला प्रशासन को एक ज्ञापन सौंपा।
विहिप के जिला मंत्री अरविंद घोष के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल समाहरणालय पहुंचा। इस दौरान प्रांत गौ रक्षा प्रमुख संदीप कुमार मंडल, विशेष संपर्क प्रमुख उदय सिंह और बजरंग दल के अमित पाल समेत अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।
सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि वक्फ कानून के विरोध के बहाने पूरे बंगाल को हिंसा की आग में झोंका जा रहा है। ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि हिंदुओं को प्रताड़ित किया जा रहा है और राष्ट्रीय विरोधी तत्वों को खुली छूट दी जा रही है। यह भी कहा गया कि मुर्शिदाबाद से शुरू हुई हिंसा अब पूरे बंगाल में फैल रही है और शासकीय तंत्र दंगाइयों के सामने न केवल निष्क्रिय है, बल्कि कई प्रकार से उनका सहयोग भी कर रहा है।
ज्ञापन में 11 अप्रैल को वक्फ कानून के विरोध के नाम पर हुई हिंसा का उल्लेख किया गया, जिसमें 200 से ज्यादा हिंदू परिवारों के घर और दुकानें जला दी गईं। इस घटना में कई लोग घायल हुए और तीन लोगों की हत्या कर दी गई।
बजरंग दल के संदीप कुमार मंडल ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है और ऐसी स्थिति में तुरंत राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए।
