देवघर :देवघर प्रखंड के अंधरीगादर पंचायत भवन में मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के तहत चल रहे आधार सीडिंग कैम्प का औचक निरीक्षण देवघर उपायुक्त द्वारा किया गया। इस दौरान उपायुक्त ने कैम्प में लाभुकों को मिल रही सुविधाओं की वस्तुस्थिति का जायजा लिया और उपस्थित लाभुकों से बातचीत कर उनके अनुभव भी साझा किए।
निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त ने देखा कि कैम्प में लाभुकों की लंबी कतारें लगी हुई थीं। उन्होंने कतारबद्ध लाभुकों से व्यक्तिगत रूप से संवाद स्थापित किया और उनसे यह जानकारी प्राप्त की कि क्या उन्हें किसी प्रकार की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अधिकांश लाभुकों ने आधार सीडिंग प्रक्रिया को लेकर संतोष व्यक्त किया, हालांकि कुछ ने तकनीकी खामियों और मूलभूत सुविधा की कमी की बात भी कही।
उपायुक्त ने मौके पर मौजूद कंप्यूटर ऑपरेटर, इंटरनेट कनेक्टिविटी और लैपटॉप आदि की उपलब्धता का भी परीक्षण किया। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि कैम्प में तकनीकी संसाधनों की कोई कमी न रहे जिससे लाभुकों को परेशानी न हो। इसके साथ ही उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि यदि कोई तकनीकी समस्या उत्पन्न हो, तो उसका त्वरित समाधान सुनिश्चित किया जाए।
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त की नजर पंचायत भवन की जर्जर हालत पर भी पड़ी। उन्होंने भवन की दुर्दशा और मूलभूत सुविधाओं की कमी पर नाराजगी जताते हुए पंचायत मुखिया को फटकार लगाई और स्पष्ट निर्देश दिया कि भवन की व्यवस्था को जल्द से जल्द दुरुस्त किया जाए। उन्होंने कहा कि आमजन के लिए संचालित होने वाले ऐसे कार्यक्रमों के लिए बेहतर वातावरण और सुविधाएं आवश्यक हैं।
डीसी ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना राज्य सरकार की एक अत्यंत महत्वपूर्ण योजना है, जिसका उद्देश्य जरूरतमंद महिलाओं को आर्थिक सहायता पहुंचाना है। ऐसे में लाभुकों तक यह योजना सुचारु रूप से पहुंचे, यह प्रशासन की प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने उपस्थित पदाधिकारियों से कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
निरीक्षण के अंत में उपायुक्त ने सभी संबंधित पदाधिकारियों को कैम्प के सफल संचालन हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए और आमजन के हित में योजनाओं को तत्परता से लागू करने पर बल दिया।
