रांची स्थित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय (डी.एस.पी.एम.यू.) में दिनांक 30 सितंबर 2025 (शनिवार) को प्रस्तावित “करम पूर्व संध्या” महोत्सव को लेकर तैयारियाँ प्रारंभ हो चुकी हैं।
इस सिलसिले में आदिवासी छात्र संघ के तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने विश्वविद्यालय प्रशासन को एक औपचारिक ज्ञापन सौंपा, जिसमें कार्यक्रम आयोजन की अनुमति का अनुरोध किया गया। यह प्रतिनिधिमंडल विश्वविद्यालय अध्यक्ष श्री विवेक तिर्की के नेतृत्व में सचिन उराँव,आकाशदीप उराँव,आनंद उराँव,उत्तम उराँव,अजीत कु.के साथ कुलपति महोदय से मिला।
करम पर्व आदिवासी संस्कृति, परंपरा और प्रकृति-प्रेम का प्रतीक है, जिसे हर वर्ष विश्वविद्यालय परिसर में पारंपरिक खोड़हा गीत एवं आदिवासी नृत्य के माध्यम से उत्साहपूर्वक मनाया जाता है। यह आयोजन सांस्कृतिक विरासत को सहेजने और नई पीढ़ी तक पहुँचाने का माध्यम है।
आदिवासी छात्र संघ ने आशा जताई है कि विश्वविद्यालय प्रशासन की अनुमति और सहयोग से यह कार्यक्रम भव्य रूप से संपन्न होगा।आकाश उराँव, आनंद उराँव,सचिन उराँव, उत्तम उराँव,अजीत कु. भी उपस्थित रहे ।

Author: Sumit Vidrohi
सुमित विद्रोही एक हिंदी डिजिटल पत्रकार हैं। सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर उनकी आवाज मुखर और स्पष्ट है, खासकर दलित – बहुजन विमर्श, लोकतांत्रिक मूल्य और गैर‑वर्चस्ववादी दृष्टिकोणों को उजागर करने में।