कुर्साकांटा । अररिया जिले के कुर्साकांटा प्रखंड स्थित जागीर परासी पंचायत में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) और अन्य सरकारी योजनाओं के तहत किए गए विकास कार्यों में अनियमितताएं और भ्रष्टाचार की गंभीर शिकायतें सामने आई हैं। इस मुद्दे को लेकर स्थानीय ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से जांच की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा है।
ग्राम पंचायत के वार्ड नंबर 05 में प्रस्तावित महात्मा गांधी खेल मैदान के निर्माण कार्य में नियमों की अनदेखी की गई है। ग्रामीणों का आरोप है कि खेल मैदान के निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल हुआ और निर्धारित मानकों का पालन नहीं किया गया। इसके परिणामस्वरूप सरकारी धन का दुरुपयोग होने की आशंका जताई जा रही है।
इसी तरह, वार्ड नंबर 04 में मुख्य सड़क से यशेश यादव के खेत तक सिंचाई सुविधा के लिए नाली निर्माण कार्य में भी अनियमितताएं पाई गईं। ग्रामीणों के अनुसार, इस योजना के लिए स्वीकृत बजट से अधिक राशि खर्च की गई, जबकि काम की गुणवत्ता बेहद खराब थी। इससे स्थानीय किसानों को कोई फायदा नहीं हुआ और वे नुकसान उठाने को मजबूर हुए।
साथ ही, छठ पूजा के लिए घाट निर्माण में भी भ्रष्टाचार की शिकायतें आई हैं। एक गड्ढे में घाट बना दिया गया, और निर्माण कार्य अधूरा छोड़ दिया गया। इसके कारण स्थानीय श्रद्धालुओं को छठ पूजा के दौरान भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
सोलर लाइट योजना में भी गंभीर अनियमितताएं सामने आई हैं। कई स्थानों पर घटिया गुणवत्ता के सोलर लाइट लगाए गए, जो जल्दी खराब हो गए। ग्रामीणों का आरोप है कि इस योजना में लागत से अधिक राशि खर्च दिखा दी गई और उपकरणों की गुणवत्ता से खिलवाड़ किया गया।
इसके अलावा, पंचायत में अन्य विकास कार्यों जैसे सार्वजनिक भवन निर्माण, सड़क मरम्मत और नाली निर्माण में भी धांधली की शिकायतें आई हैं। कई योजनाओं में स्वीकृत राशि का सही तरीके से उपयोग नहीं किया गया और काम अधूरा छोड़ दिया गया।
ग्रामीणों ने इन सभी मामलों की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। जागरूक नागरिक ललित कुमार यादव ने कहा, “हम चाहते हैं कि जिला प्रशासन इन मुद्दों पर गंभीरता से विचार करे और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।”
अब देखना यह है कि प्रशासन इन गंभीर आरोपों पर क्या कदम उठाता है और पंचायत में चल रहे विकास कार्यों की पारदर्शिता सुनिश्चित करता है।
