मंडरो। नहाए खाए से शुरू हुआ लोक आस्था का महापर्व चैती छठ चौथे दिन उदय होते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ संपन्न हुआ। अलग-अलग घाटों पर श्रद्धालुओं ने उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया। छठ घाटों पर आतिशबाजी कर खुशी मनाई गई। कुछ महिलाएं मन्नत मांगते दंडवत होकर गंगा घाटों तक पहुंची। छठ पूजा के दौरान हजारों की संख्या में छठ घाटों पर श्रद्धालुओं ने जल में खड़े होकर उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया। महापर्व के दौरान विभिन्न तरह के परंपरागत पकवान फल फूल को डलिया में सजाकर छठ घाट किनारे रख पूजा अर्चना की गई। श्रद्धालु घरों से सिर पर टोकरी लेकर घाटों पर पहुंचे जल में खड़े होकर छठ मैया की आराधना करते हुए उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया।
