बैंकॉक: थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में चल रहे 6वें बिम्सटेक (BIMSTEC) शिखर सम्मेलन के दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे से मुलाकात की। इस शिखर सम्मेलन में बंगाल की खाड़ी क्षेत्र के सात देशों के नेताओं ने क्षेत्रीय सहयोग, व्यापार, समुद्री कनेक्टिविटी और सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। प्रधानमंत्री मोदी ने इस मुलाकात के बाद अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर लिखा, “मेरे मित्र पीएम तोबगे के साथ एक शानदार बातचीत हुई। भारत और भूटान की दोस्ती अटूट है, और हम विभिन्न क्षेत्रों में मिलकर काम कर रहे हैं।”
इस मुलाकात में दोनों नेताओं ने आपसी संबंधों को और गहरा करने पर बल दिया, साथ ही क्षेत्रीय सहयोग के नए अवसरों पर भी चर्चा की। इस दौरान पीएम मोदी पारंपरिक भारतीय पोशाक कुर्ता और जैकेट में नजर आए, वहीं भूटान के पीएम शेरिंग तोबगे ने अपनी सांस्कृतिक पहचान को दर्शाते हुए भूटानी परिधान ‘घो’ पहना था। मुलाकात की पृष्ठभूमि में बिम्सटेक शिखर सम्मेलन का लोगो और फूलों से सजा एक पैनल देखा जा सकता था, जो इस आयोजन की भव्यता को दर्शा रहा था। इस साल के बिम्सटेक शिखर सम्मेलन का नाम “समृद्ध, लचीला और खुला बिम्सटेक” रखा गया था।
सम्मेलन में कई अहम फैसलों पर सहमति बनी, जिसमें समुद्री परिवहन सहयोग समझौता (Maritime Transport Agreement) पर हस्ताक्षर शामिल है। यह समझौता क्षेत्रीय व्यापार को बढ़ावा देने और कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इसके अलावा, भारत ने 2025 में बिम्सटेक एथलेटिक्स मीट और 2027 में पहले बिम्सटेक गेम्स की मेजबानी करने का प्रस्ताव भी रखा, जिसे अन्य सदस्य देशों ने सराहा।भारत और भूटान के बीच लंबे समय से गहरे और मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं। 1949 में दोनों देशों के बीच हुई मित्रता संधि ने विदेश नीति, रक्षा और व्यापार जैसे क्षेत्रों में सहयोग की नींव रखी थी। 2007 में इस संधि को फिर से संशोधित कर दोनों देशों ने अपनी साझेदारी को और मजबूत किया था। इस मुलाकात ने एक बार फिर भारत-भूटान संबंधों की गहराई और क्षेत्रीय एकता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को उजागर किया।





