अररिया | बदलते मौसम का असर लोगों की सेहत पर साफ़ देखा जा रहा है। विशेषकर बच्चों, बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों को बुखार, डायरिया, डिहाइड्रेशन, उल्टी, सिरदर्द और थकान जैसी समस्याएं अधिक हो रही हैं। जिले के सरकारी और निजी अस्पतालों में मरीजों की संख्या में 25–30% तक की वृद्धि दर्ज की गई है।
सदर अस्पताल के प्रबंधक विकास आनंद के अनुसार, अप्रैल की शुरुआत में जहाँ प्रतिदिन ओपीडी में 600–700 मरीज आते थे, अब यह संख्या बढ़कर 900–1000 तक पहुँच गई है। इनमें से 35% मरीज मौसमी बीमारियों से प्रभावित हैं। अस्पताल में सभी जरूरी दवाओं और सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है।
प्रभारी अधीक्षक डॉ. आकाश कुमार राय ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। उन्होंने बताया कि तेज धूप, अचानक बारिश और दिन-रात के तापमान में उतार-चढ़ाव से स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। दूषित भोजन व पानी से बचाव और ओआरएस, नींबू पानी जैसे तरल पदार्थों के सेवन को लाभकारी बताया।
सिविल सर्जन डॉ. केके कश्यप ने कहा कि सभी प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को अलर्ट किया गया है। आवश्यक दवाओं, ओआरएस की आपूर्ति पूरी है। आशा और एएनएम कार्यकर्ताओं के माध्यम से गांवों में जनजागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। उन्होंने अपील की कि बीमारी के लक्षण नजरअंदाज न करें और समय पर चिकित्सीय परामर्श लें।
