पाकुड़: राष्ट्रीय पंचायत राज दिवस के अवसर पर सूचना भवन सभागार में गुरुवार को एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उपायुक्त मनीष कुमार, उप विकास आयुक्त महेश कुमार संथालिया, जिला परिषद उपाध्यक्ष अशोक कुमार भगत और अन्य जिला स्तरीय अधिकारियों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
उपायुक्त मनीष कुमार ने राष्ट्र निर्माण में पंचायतों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि पंचायत प्रतिनिधि गांवों के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं और मनरेगा, अबुआ आवास और स्वच्छ भारत मिशन जैसी विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन में उनकी भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने यह भी कहा कि पाकुड़ जिले की ग्राम पंचायतें विकास के विभिन्न मानकों पर प्रगति कर रही हैं और सभी ग्राम पंचायतों को पंचायत उन्नति सूचकांक में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
उप विकास आयुक्त महेश कुमार संथालिया ने जिले में बेहतर बदलाव लाने के लिए उपायुक्त के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में हो रही प्रगति और खराब पड़े चापानल व जलमीनारों की मरम्मत के लिए जिला प्रशासन के प्रयासों का उल्लेख किया। उन्होंने जल संचयन के महत्व पर भी जोर दिया।
जिला पंचायत राज पदाधिकारी प्रीतिलता मुर्मू ने बताया कि केंद्रीय पंचायती राज मंत्रालय द्वारा जारी पंचायत उन्नति सूचकांक में पाकुड़ जिले के पाकुड़िया प्रखंड की राजपोखर ग्राम पंचायत ने राज्य में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। इसके अतिरिक्त, पाकुड़िया और पलियादाहा ग्राम पंचायतों ने भी शीर्ष 25 में जगह बनाई है। यह मूल्यांकन गरीबी मुक्त और बेहतर आजीविका, स्वस्थ पंचायत, बाल हितैषी पंचायत, जल पर्याप्त पंचायत, स्वच्छ एवं हरित पंचायत, आत्मनिर्भर बुनियादी ढांचा, सामाजिक न्याय, सुशासन और महिला हितैषी पंचायतों जैसे नौ प्रमुख विषयों पर आधारित था।
कार्यक्रम के दौरान, उत्कृष्ट कार्य करने वाले पदाधिकारियों और कर्मियों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर जिला कृषि पदाधिकारी, जिला मत्स्य पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी पाकुड़, जिला परियोजना प्रबंधक आनंद प्रकाश और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
यह कार्यक्रम पंचायतों के महत्व को रेखांकित करने और ग्रामीण विकास में उनके योगदान को सम्मानित करने का एक महत्वपूर्ण मंच साबित हुआ।
