मधेपुरा/सहरसा । भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के शुभ अवसर पर के पी कॉलेज, मुरलीगंज के यशस्वी प्रधानाचार्य डॉ. जवाहर पासवान को पाँच महत्वपूर्ण स्थलों पर आयोजित कार्यक्रमों में मुख्य अतिथि एवं अध्यक्ष के रूप में आमंत्रित किया गया।
डॉ. पासवान ने अपने विचार रखते हुए कहा कि “डॉ. अंबेडकर केवल संविधान निर्माता नहीं, बल्कि एक क्रांतिकारी विचारक, समाज सुधारक और शिक्षा के प्रतीक थे। उन्होंने समाज के अंतिम व्यक्ति के अधिकार और सम्मान की बात की। आज उनके विचारों को आत्मसात करने की आवश्यकता है।”
पाँच कार्यक्रम स्थल जहाँ डॉ. पासवान ने भाग लिया
1. अम्बेडकर होस्टल, मधेपुरा – यहाँ छात्रों के बीच उन्होंने डॉ. अंबेडकर के छात्र जीवन, संघर्ष और शिक्षा के प्रति उनके जुनून पर प्रकाश डाला।
2. मधेपुरा कॉलेज, मधेपुरा – शैक्षणिक वातावरण में अंबेडकर के शैक्षिक आदर्शों और संविधान निर्माण में भूमिका पर विस्तार से चर्चा की।
3. खाड़ा उच्च विद्यालय मैदान – स्थानीय ग्रामीणों को बाबा साहब के सामाजिक समरसता के विचारों से अवगत कराया।
4. मोकमा, सहरसा मध्य विद्यालय मैदान – यहाँ उन्होंने युवाओं को शिक्षित और संगठित होने का आह्वान किया।
5. सुखासन मध्य विद्यालय मैदान – डॉ. पासवान ने अंबेडकर की प्रेरणादायी जीवनी से लोगों को प्रेरित किया और सामाजिक चेतना के लिए उन्हें संगठित होने का संदेश दिया।
हर कार्यक्रम में उपस्थित छात्रों, शिक्षकों एवं ग्रामीणों ने डॉ. पासवान के ओजपूर्ण भाषण को सराहा और बाबा साहब के आदर्शों पर चलने की प्रतिबद्धता दोहराई।
कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में लोगों की उपस्थिति रही, जिनमें छात्र, अभिभावक, शिक्षक, सामाजिक कार्यकर्ता एवं बुद्धिजीवी वर्ग शामिल थे। आयोजकों ने डॉ. पासवान के विचारों की सराहना की और उन्हें सम्मानित भी किया।
