पटना: बिहार राज्य संबद्ध डिग्री महाविद्यालय शिक्षक-शिक्षकेतर कर्मचारी महासंघ (फैक्टनेब) के आह्वान पर प्रदेश के 220 संबद्ध डिग्री महाविद्यालयों के शिक्षक और शिक्षकेतर कर्मचारी आज, 27 मार्च को विधानमंडल के समक्ष सामूहिक उपवास पर बैठेंगे। उनकी प्रमुख मांग परीक्षा परिणाम आधारित वेतनानुदान की जगह नियमित मासिक वेतन भुगतान की व्यवस्था लागू करना है। इस मांग के समर्थन में 60 हजार से अधिक हस्ताक्षरों वाला ज्ञापन मुख्यमंत्री को सौंपा जाएगा।
फैक्टनेब के अध्यक्ष डॉ. शंभुनाथ प्रसाद सिन्हा, महासचिव प्रो. राजीव रंजन, और मीडिया प्रभारी प्रो. अरुण गौतम ने संयुक्त बयान में बताया कि इस आंदोलन को समाज के विभिन्न वर्गों का व्यापक समर्थन मिला है। जनप्रतिनिधियों, छात्रों, शिक्षकों, किसानों, समाजसेवियों, चिकित्सकों और अन्य संगठनों के लोगों ने भी ज्ञापन पर हस्ताक्षर कर अपनी एकजुटता व्यक्त की है।
इसके अलावा, राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा, विधान पार्षद डॉ. संजीव कुमार सिंह, विधायक सुरेश राम सहित कई राजनीतिक एवं सामाजिक नेताओं ने भी आंदोलन को समर्थन दिया है और ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।
फैक्टनेब के मीडिया प्रभारी प्रो. अरुण गौतम ने बताया कि 27 मार्च को सामूहिक उपवास के दौरान आंदोलन की आगामी रणनीति और भविष्य की योजनाओं की घोषणा की जाएगी। साथ ही, उन्होंने मीडिया को इस आंदोलन की व्यापक कवरेज के लिए आमंत्रित किया है।
