पाकुड़: जिले में अवैध लॉटरी का कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है। चौंकाने वाली बात यह है कि इस अवैध धंधे को कथित तौर पर स्थानीय पुलिस का संरक्षण प्राप्त है। सूत्रों की मानें तो शहर में यह अवैध खेल पुलिस की मिलीभगत से चल रहा है, जिसमें माफिया सक्रिय रूप से शामिल हैं।
माफिया अपने संगठित गिरोह के माध्यम से शहर में ‘एटीएम लॉटरी’ को खपाने का काम करते हैं। इस गिरोह में बच्चे, महिलाएं और पुरुष भी शामिल हैं, जिन्हें प्रलोभन देकर इस धंधे में शामिल किया जाता है। सूत्रों का यह भी कहना है कि इस संरक्षण के बदले पुलिस को माफिया द्वारा नियमित रूप से ‘बंधी बंधाई’ रकम पहुंचाई जाती है। पुलिस की नाक के नीचे यह सारा अवैध कारोबार चल रहा है, लेकिन पुलिस की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है।
बताया जा रहा है कि नगर थाना क्षेत्र के तांतीपाड़ा स्थित पुराना सिनेमा हॉल की गली के पास एक घर से इस अवैध लॉटरी कारोबार का संचालन किया जा रहा है। माफिया अन्य व्यवसायों की आड़ में इस धंधे को चला रहे हैं और उन्हें पुलिस का कोई डर नहीं है। शहर के चाय और नाश्ते की दुकानों पर ‘एबी’ और ‘आरडी’ के नाम से एटीएम लॉटरी खुलेआम बिक रही है। ‘एबी’ नामक व्यक्ति अपने टायर के व्यवसाय की आड़ में इस अवैध लॉटरी को बेचता है, जबकि गांधी चौक पर ‘आरडी’ अपने घर के पीछे से इस धंधे का संचालन करता है। माफिया मोबाइल के जरिए इस पूरे अवैध कारोबार को संचालित कर रहे हैं। शहर में चल रहे इस अवैध लॉटरी के कारोबार पर लगाम लगाना पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो रहा है।
एसडीपीओ का बयान:
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए एसीडीपीओ दयानंद आजाद ने कहा कि शहर में अवैध लॉटरी कारोबार को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि जल्द ही छापेमारी कर इस धंधे से जुड़े लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।
यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि एसडीपीओ के इस बयान के बाद पुलिस इस अवैध कारोबार पर कितना अंकुश लगा पाती है और क्या वास्तव में इस धंधे में शामिल लोगों पर कार्रवाई की जाती है।
