लोकसभा ने आज आव्रजन और विदेशी विधेयक, 2025 (इमिग्रेशन बिल) को ध्वनिमत से पारित कर दिया, जो देश में प्रवेश, निवास और यात्रा की प्रक्रियाओं को आसान व पारदर्शी बनाने के साथ-साथ विदेशियों और आप्रवास से जुड़े मामलों को व्यवस्थित करने का लक्ष्य रखता हैl
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने साफ शब्दों में कहा कि भारत विकास में योगदान देने वालों का स्वागत करता है, लेकिन रोहिंग्या या बांग्लादेशी जैसे परेशानी खड़ी करने वालों के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा। उन्होंने जोर देकर कहा, “भारत कोई धर्मशाला नहीं है कि कोई भी आकर बस जाए।”
इस विधेयक को भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के सपने से जोड़ा गया है और यह बुरे इरादे से आने वालों की पहचान करने में भी कारगर होगा। गृह मंत्री ने स्पष्ट किया कि सरकार पर्यटन, शिक्षा, स्वास्थ्य और व्यवसाय के लिए आने वालों का हृदय से स्वागत करेगी, लेकिन खतरा पैदा करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
यह विधेयक आजादी से पहले के चार पुराने कानूनों को समाहित कर तैयार किया गया है। तीन साल की गहन मेहनत और विचार-मंथन के बाद इसे अंतिम रूप दिया गया। इसमें पासपोर्ट, विदेशी अधिनियम और अवैध रूप से रहने वालों को रोकने के प्रावधानों के साथ डेटा व दस्तावेज प्रबंधन को भी मजबूत किया गया है।
