म्यांमार भूकंप पीड़ितों के लिए भारत ने भेजी 15 टन राहत सामग्री
हिंडन, 29 मार्च 2025: भारत ने म्यांमार में हाल ही में आए विनाशकारी भूकंप से प्रभावित लोगों की मदद के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। भारतीय वायु सेना (IAF) के सी-130जे विमान ने शनिवार सुबह हिंडन एयर फोर्स स्टेशन (AFS) से लगभग 15 टन राहत सामग्री लेकर म्यांमार के लिए उड़ान भरी।
इस राहत सामग्री में टेंट, स्लीपिंग बैग, कंबल, तैयार भोजन, वाटर प्यूरीफायर, हाइजीन किट, सोलर लैंप, जनरेटर सेट और आवश्यक दवाओं सहित जीवन रक्षक आपूर्ति शामिल है। विदेश मंत्रालय (MEA) के अनुसार, चिकित्सा सहायता में पैरासिटामोल, एंटीबायोटिक्स, कैनुला, सीरिंज, दस्ताने, कॉटन बैंडेज और मूत्र बैग जैसी महत्वपूर्ण दवाएं और उपकरण भी शामिल हैं।
म्यांमार के मांडले क्षेत्र में आए शक्तिशाली भूकंप ने व्यापक विनाश किया है, जिससे हजारों लोग बेघर हो गए हैं और बुनियादी सुविधाओं से वंचित हो गए हैं। सीएनएन द्वारा प्राप्त एक वीडियो में इरावदी नदी पर एक सड़क पुल ढहते हुए दिखाया गया है, जिससे राहत प्रयासों में बाधा उत्पन्न हुई है। म्यांमार में चल रहे सैन्य संघर्ष ने स्थिति को और खराब कर दिया है।
भारत ने अतीत में भी म्यांमार में मानवीय संकट के दौरान सहायता प्रदान की है, और इसे विस्थापित आबादी के लिए एक महत्वपूर्ण क्रॉस-बॉर्डर सहायता चैनल के रूप में देखा जाता है। इस बार भेजी गई राहत सामग्री में महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के साथ एक ओईएम (OEM) के रूप में काम करने वाली भारतीय कंपनी “परफेक्ट जेनरेटर्स” द्वारा निर्मित जनरेटर सेट शामिल हैं।
क्षेत्रीय सहयोग के प्रदर्शन में, आसियान देश भी म्यांमार में राहत प्रयासों में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं। मलेशिया की राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी (Nadma) ने खोज और बचाव कार्यों के लिए म्यांमार में एक टीम भेजने की घोषणा की है।
विशेषज्ञों का कहना है कि म्यांमार में मानवीय संकट से निपटने के लिए भारत और अन्य देशों को मिलकर काम करना चाहिए और एक मजबूत राहत तंत्र स्थापित करना चाहिए। भारत द्वारा भेजी गई सहायता न केवल तत्काल राहत प्रदान करती है बल्कि म्यांमार के लोगों के साथ भारत की एकजुटता का भी प्रतीक है।
