पाकुड़: झारखंड राज्य में प्रतिबंध के बावजूद, पाकुड़ जिले में अवैध लॉटरी का कारोबार निर्बाध रूप से फलफूल रहा है। नगर थाना क्षेत्र के तांतीपाड़ा और गांधी चौक इलाके इन अवैध कारोबारियों के लिए एक सुरक्षित ठिकाने के तौर पर उभरे हैं।
सूत्रों के अनुसार, लॉटरी माफिया मोबाइल फोन के माध्यम से अपने एजेंटों से संपर्क साधते हैं। इसके बाद, वे उन्हें पूर्वनिर्धारित स्थानों पर बुलाकर अवैध लॉटरी टिकटों की बिक्री करवाते हैं। शहर में खुलेआम ‘एबी’ और ‘आरडी’ के नाम पर अवैध एटीएम लॉटरी की बिक्री हो रही है, जिसका संचालन तांतीपाड़ा और गांधी चौक से किया जा रहा है।
पुलिस द्वारा अवैध लॉटरी के छोटे एजेंटों को पकड़कर जेल भेजने की कार्रवाई तो की जाती है, लेकिन बड़े माफियाओं तक पहुँच पाना पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। नगर थाने के नाक के नीचे अवैध लॉटरी का यह धंधा खुलेआम चल रहा है।
इस अवैध कारोबार के चलते एक तरफ जहाँ लॉटरी माफिया मालामाल हो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर जल्दी अमीर बनने की चाह में प्रतिदिन मजदूर वर्ग अपनी गाढ़ी कमाई लॉटरी में उड़ाकर कंगाल हो रहा है। ये माफिया बंगाल और अन्य स्थानों पर अवैध लॉटरी की छपाई करवाकर उन्हें शहर में खपाने का काम करते हैं।
हाल ही में, पुलिस ने शहर के सिंधीपाड़ा स्थित एक किराए के मकान में अवैध लॉटरी छपाई का भंडाफोड़ किया था और इस धंधे में शामिल दो माफियाओं को जेल भेजा था। इसके बावजूद, शहर में अवैध लॉटरी का कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है। माफिया अन्य व्यवसायों की आड़ में इस अवैध धंधे को चला रहे हैं। पुलिस के पास इन माफियाओं की सूची होने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। प्रतिदिन गांधी चौक और तांतीपाड़ा रोड स्थित मैदान में लाखों रुपये का अवैध लॉटरी का खेल खेला जा रहा है, जिससे पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं।
थाना प्रभारी का बयान:
इस संबंध में पूछे जाने पर पुलिस निरीक्षक सह नगर थाना प्रभारी प्रयाग दास ने कहा कि अवैध लॉटरी के कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए नियमित रूप से छापेमारी की जा रही है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि शहर में अवैध लॉटरी के कारोबार को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
यह खबर पाकुड़ के तांतीपाड़ा और गांधी चौक क्षेत्र में चल रहे अवैध लॉटरी कारोबार पर प्रकाश डालती है और इस पर लगाम लगाने में पुलिस की कथित नाकामी को दर्शाती है।
