ढाका: नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस के बांग्लादेश छोड़ते ही अमेरिका ने तुरंत प्रतिक्रिया दी और अपने एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी को ढाका भेजा। जैसे ही यूनुस चीन पहुंचे, यूएस आर्मी पैसिफिक के डिप्टी कमांडिंग जनरल लेफ्टिनेंट जनरल जोएल पी वॉवेल ने बांग्लादेश की राजधानी में कदम रखा। उन्होंने बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकार उज जमान से मुलाकात की और दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग को और मजबूत करने पर विचार-विमर्श किया।
अमेरिकी दूतावास के मुताबिक, इस बैठक में बांग्लादेशी सेना की क्षमता वृद्धि, अमेरिकी हथियारों की संभावित आपूर्ति और सैन्य समन्वय को बेहतर बनाने जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। लेफ्टिनेंट जनरल वॉवेल ने बांग्लादेशी सेना की आपदा प्रबंधन और घरेलू सुरक्षा में भूमिका की सराहना की। इसके अलावा, आगामी टाइगर लाइटनिंग युद्धाभ्यास को लेकर भी बातचीत हुई, जिससे दोनों देशों की सेनाओं के बीच आपसी समझ और सहयोग को बल मिलेगा।
उधर, मोहम्मद यूनुस इस समय चीन के हेनान प्रांत में हैं, जहां वे बोआओ फोरम फॉर एशिया 2025 के उद्घाटन सत्र में शामिल हुए हैं। वे बुधवार को स्थानीय समयानुसार सुबह 11:30 बजे सम्मेलन को संबोधित करेंगे। इस प्रतिष्ठित मंच पर लाओस के प्रधानमंत्री सोनेक्से सिफांडोने, चीन के उप-प्रधानमंत्री डिंग ज़ुएक्सियांग और बोआओ फोरम के अध्यक्ष बान की मून जैसे वैश्विक नेता भी मौजूद रहेंगे।
यूनुस की चीन यात्रा और अमेरिकी सैन्य अधिकारी का लगभग उसी समय ढाका दौरा, यह संकेत देता है कि बांग्लादेश की भू-राजनीतिक स्थिति में महत्वपूर्ण बदलाव हो रहे हैं। अमेरिकी दूतावास ने इस दौरे को साझा सुरक्षा हितों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है, जिससे स्पष्ट होता है कि क्षेत्रीय समीकरण तेजी से बदल रहे हैं।
