साहिबगंज: झारखंड सरकार द्वारा स्वास्थ सेवा में लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी मरीजो को समय पर सुविधा नही मिल पा रही है। जिला 108 एंबुलेंस की व्यवस्था पूरी तरह लचर पचर देखने को मिल रहा है। वहीं बुधवार को तालझारी प्रखंड के करणपुरा पंचायत गांव काली भिट्ठा पहाड निवासी दानियल पहाडिया उम्र 30 वर्ष पैर टूट गया. परिवार के द्वारा दोपहर 2 बजे साहिबगंज सदर अस्पताल लाया गया. लेकिन संध्या 6 बजे तक घायल दर्द से कहराता है।
समय पर एंबुलेंस नही मिला दुमका मेडिकल कॉलेज ले जाने के लिए उन्हें एम्बुलेंस नहीं मिला.ड्यूटी में तैनात सदर अस्पताल चिकित्सक ने तालझारी प्रखंड के करणपुरा पंचायत गांव कालीभीटठा पहाड निवासी दानियल पहाडिया को अच्छे इलाज के लिए दुमका रेफर कर दिया है.जबकि परिजन के पास इतने पैसे नही है कि वे निजी एंबुलेंस कर सके।वहीं तालझारी प्रखंड के करणपुरा पंचायत गांव कालीभीटठा पहाड निवासी धायल रोगी के चाचा अशोक पहाड़िया ने एम्बुलेंस व्यवस्था करने के लिए सदर अस्पताल मैनेजर से लेकर सिविल सर्जन और स्वास्थ्य मंत्री झारखंड सरकार एवं साहिबगंज उपायुक्त तक फोन किया।
उसके बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आई। सिविल सर्जन डॉ प्रवीण संथालिया ने कहा कि एम्बुलेंस की व्यवस्था की जा रही है.सूत्रो से जानकारी प्राप्त हुआ कि सिविल सर्जन डॉक्टर प्रवीण कुमार संथालिया एवं सदर अस्पताल के सहायक मैनेजर जय राम यादव तालझारी प्रखंड के स्वास्थ विभाग के एम्बुलेंस को मांगने का पूरा प्रयास किया जा रहा था।खबर लिखे जाने के बाद सूत्रो से जानकारी मिला कि रात्रि करीब 7 बजे एम्बुलेंस को उपलब्ध करवाया गया।ओर उसी एम्बुलेंस से पहाड़िया जन जाति को दुमका भेजा गया। पहाड़िया ने मीडिया से लेकर मंत्री और उपायुक्त तक अपना हक लेने के लिए सभी को फोन किया तब एम्बुलेंस की नसीब हुआ।
