उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की तारीफ की है, उन्हें दुनिया का सबसे बड़ा सांस्कृतिक संगठन बताया है। योगी ने प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (पीटीआई) को दिए एक विशेष साक्षात्कार में कहा कि आरएसएस स्वैच्छिक संगठनों के लिए एक मॉडल है और राष्ट्र निर्माण और चरित्र निर्माण का एक अच्छा उदाहरण है।
योगी ने यह भी कहा कि जो लोग आरएसएस पर सवाल उठाते हैं, उन्हें इसकी शाखाओं में जाकर देखना चाहिए कि राष्ट्र निर्माण और चरित्र निर्माण कैसे किया जाता है। उन्होंने आरएसएस को हिंदू राष्ट्रवादी संगठन बताया, जो “वसुधैव कुटुंबकम” (विश्व एक परिवार है) की विचारधारा को बढ़ावा देता है।
योगी के इस बयान से एक बार फिर आरएसएस और हिंदुत्व की राजनीति पर बहस छिड़ने की संभावना है। कुछ राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि योगी भविष्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उत्तराधिकारी के रूप में उभर सकते हैं।
