अवसरों की समानता और शिक्षा के महत्व पर जोर, विशेष रूप से ग्रामीण महिलाओं की स्थिति सुधारने की आवश्यकता पर बल
अररिया।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की नगर इकाई ने स्थानीय परिषद कार्यालय परिसर में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को नारी सशक्तिकरण दिवस के रूप में मनाया। इस समारोह का उद्घाटन पूर्णिया विश्वविद्यालय के सिंडिकेट सदस्य प्रोफेसर एमपी सिंह द्वारा किया गया। उन्होंने स्वामी विवेकानंद जी और मां सरस्वती के तैल चित्र पर दीप प्रज्वलित कर समारोह की शुरुआत की। इस अवसर पर मंच संचालन का कार्य परिषद के नगर सह मंत्री भोला राठौर ने किया।
समारोह को संबोधित करते हुए प्रोफेसर एमपी सिंह ने कहा, “महिला सशक्तिकरण दिवस के रूप में मनाया जाने वाला यह दिन नारी को समाज की कुरीतियों से बाहर निकालकर उन्हें विकास की दिशा में आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करता है।” उन्होंने आगे कहा कि महिलाओं को आज भी समान अधिकार और सम्मान प्राप्त करने में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि महिलाएं विभिन्न क्षेत्रों में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही हैं, लेकिन अब भी कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां महिलाओं को आगे लाने की जरूरत है।
एमपी सिंह ने यह भी बताया कि “शिक्षित समाज से ही एक विकसित राष्ट्र की कल्पना की जा सकती है। राष्ट्र तब तक विकसित नहीं हो सकता जब तक उसकी आधी आबादी पूरी तरह से शिक्षित न हो।” इस संदर्भ में उन्होंने महिलाओं के शिक्षा पर भी जोर दिया।
समारोह में परिषद के नगर सह मंत्री भोला राठौर ने कहा, “सुदूर इलाकों में महिलाओं में शिक्षा का अभाव है, जिसके कारण वे अपने अधिकार और कर्तव्यों को समझ नहीं पातीं और उनका शोषण होता है। खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं की स्थिति में सुधार लाने की आवश्यकता है।”
इस अवसर पर सुप्रिया कुमारी, मीनू कुमारी, हिना कुमारी, लक्की कुमारी, रिया, नंदनी कुमारी, दिशा कुमारी, शिफा, सचिन, प्रिंस, बाबुल, अभिषेक कुमार, संजीव कुमार, सुमित कुमार, राहुल कुमार, पवन, सोनू, प्रियांशु, राजपुरबे सहित कई लोग उपस्थित थे।
इस आयोजन ने नारी सशक्तिकरण के प्रति समाज में जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ महिला शिक्षा और अधिकारों को लेकर गंभीर चर्चा को जन्म दिया।
