चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम जिले में माओवादियों के विरुद्ध चल रहे अभियान के दौरान सुरक्षाबलों को मंगलवार को बड़ी सफलता मिली है।पुलिस ने सारंडा से सटे कोल्हान के घनघोर जंगल में बसे माओवादी ग्रस्त टोंटो थाना अंतर्गत हुसिपी गांव जाने वाले जंगली व पहाड़ी रास्ते छिपाकर रखे गये 18 हजार डेटोनेटर बरामद किये हैं। इन डेटोनेटर का प्रयोग नक्सली आइईडी बनाने में करते हैं। पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि हम लोगों को गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी कि प्रतिबंधित भाकपा माओवादी संगठन के उग्रवादियों द्वारा टोन्टो थानान्तर्गत ग्राम हुसिपी जंगली/पहाडी क्षेत्र में गोला-बारूद छुपाकर सुरक्षा बलों के विरूद्ध उनका अभियान रोकने तथा लक्षित कर हानि पहुंचाने के उद्देश्य से रखा गया है। पुलिस अधीक्षक, पश्चिमी सिंहभूम, चाईबासा को गुप्त सूचना मिली थी कि प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा (माओवादी) ने टोन्टो थाना क्षेत्र के हुसिपी गांव के जंगल-पहाड़ी इलाके में गोला-बारूद छिपाया है. नक्सली इस सामग्री का उपयोग सुरक्षा बलों के खिलाफ विध्वंसक गतिविधियों और हमलों के लिए करने की योजना बना रहे थे. सूचना के आधार पर चाईबासा पुलिस, सीआरपीएफ 60 बटालियन, कोबरा और झारखंड जगुआर की संयुक्त टीम ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया. संयुक्त अभियान दल ने हुसिपी गांव के आसपास के जंगल-पहाड़ी क्षेत्र में गहन तलाशी ली. इस दौरान नक्सलियों द्वारा पूर्व में छिपाए गए लगभग 18,000 डेटोनेटर बरामद किए गए. सुरक्षा कारणों से इन डेटोनेटरों को बम निरोधक दस्ते की मदद से मौके पर ही नष्ट कर दिया गया. पुलिस ने बताया कि इस कार्रवाई से नक्सलियों की विध्वंसक योजनाओं को बड़ा झटका लगा है.
