पाकुड़: जिले के तीनों सीटों में कमल खिल नहीं पाया है। इस सीट पर भाजपा के आला अधिकारियों के प्रयास पर पानी फिर गया है। लिट्टीपाड़ा व महेशपुर विधानसभा में भाजपा के जीत को लेकर नए प्रत्याशी को चुनाव मैदान में खड़ा किया गया था। जबकि आजसू ने भी अपने नए चेहरे को चुनाव मैदान में खड़ा किया था। पाकुड़ विधानसभा चुनाव नतीजे पाकुड़ सामान्य सीट है। जबकि लिट्टिपाड़ा और महेशपुर अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है। पाकुड़ पर कांग्रेस, लिट्टीपाड़ा और महेशपुर पर जेएमएम का कब्जा रहा है। पाकुड़, महेशपुर और लिट्टीपाड़ा में इंडिया गठबंधन का परचम जीत दर्ज किया है। पाकुड़ जिले की तीनों विधानसभा सीटों पर चुनाव नतीजे आ चुकें। इनमें से एक में यानी पाकुड़ में कांग्रेस तो लिट्टीपाड़ा और महेशपुर में झामुमों ने बंपर वोटों से जीत हासिल की है। पाकुड़ जिले में पाकुड़ सामान्य सीट है जबकि लिट्टिपाड़ा और महेशपुर अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है। पिछले चुनावों में भी पाकुड़ पर कांग्रेस और लिट्टीपाड़ा और महेशपुर पर जेएमएम का कब्जा था। आज के चुनाव नतीजों के बाद भी यही स्थिति बनी हुई है। बता दें पाकुड़ को कांग्रेस की, लिट्टीपाड़ा और महेशपुर झामुमो की परंपरागत सीट समझा जाता रहा है। पाकुड़ सीट
साल 2019 पाकुड़ विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के आलमगीर आलम, लिट्टीपाड़ा से झामुमो के दिनेश विलियम मरांडी और महेशपुर से प्रो स्टीफन मरांडी ने जीत दर्ज की थी। 2024 के लोकसभा चुनाव के पहले टेंडर घोटाले का मामला उजागर होने और इस मामले में जेल चले जाने की वजह से पाकुड़ में कांग्रेस ने आलमगीर आलम की जगह उनकी पत्नी निशात आलम को टिकट दिया था। हालांकि उनकी पत्नी ने भी जीत का सिलसिला कायम रखा और रिकॉर्ड तोड़ वोटों से जीत हासिल की।
लिट्टीपाड़ा सीट जेएमएम का गढ़ मानी जाती है । लेकिन इस बार यहां राजनीतिक समीकरण बदल गया था। दरअसल झामुमो ने मौजूदा विधायक दिनेश विलियम मरांडी का टिकट काट कर पार्टी के कद्दावर नेता हेमलाल मुर्मू को मैदान में उतार था। इससे नाराज दिनेश विलियम मरांडी ने बगावत कर दी और भाजपा में शामिल हो कर झामुमो के गढ़ को ध्वस्त करने में जुटे थे। हालांकि वह इसमें कुछ खास कामयाब नहीं हुए। लिट्टीपाड़ा से झामुमो के हेमलाल मुर्मू ने 26749 वोटों से जीत हासिल कर ली है। उन्हें कुल 88469 वोट हासिल हुए जबकि बीजेपी के बाबुधन मु्र्मू को केवल 61729 वोट ही मिले।महेशपुर सीट
को भी जेएमएम की परंपरागत सीट माना जाता है। यहां से जेएमएम के मौजूदा विधायक प्रो स्टीफन मरांडी एक बार फिर चुनावी मैदान में थे और उन्होंने जीत का यह सिलसिला तीसरी बार भी कायम रखते हुए 61175 वोटों से परचम लहरा दिया है। बीजेपी ने उनके खिलाफ डीएसपी की नौकरी छोड़ राजनीति में उतरे नवनीत हेम्ब्रम को मौका दिया है। हालांकि वह इस चुनाव में केवल 53749 वोट ही हासिल कर पाए। झामुमो के स्टीफन मरांडी कुल 114924 वोट मिले।
