पटना, मुजफ्फरपुर और आरा में हुई भिड़ंत
मंत्री-विधायक की मौजूदगी में लाठी-डंडे चले, पत्थरबाजी भी हुई
पटना । राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा के दौरान मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी माता को लेकर विवादित बयान का असर शुक्रवार को बिहार की सड़कों पर दिखाई दिया। राजधानी पटना समेत मुजफ्फरपुर और आरा में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए। जगह-जगह नारेबाजी, धक्का-मुक्की, पथराव और मारपीट की घटनाएं हुईं।
पटना में सबसे ज्यादा बवाल उस वक्त हुआ, जब मंत्री नितिन नवीन और दीघा विधायक संजीव चौरसिया के नेतृत्व में बीजेपी कार्यकर्ता सदाकत आश्रम स्थित कांग्रेस दफ्तर पहुंचे। विरोध-प्रदर्शन के दौरान भीड़ बेकाबू हो गई और कांग्रेस कार्यालय का गेट तोड़कर अंदर घुस गई। इसके बाद दोनों दलों के कार्यकर्ताओं में लाठी-डंडे और ईंट-पत्थर चलने लगे। अफरा-तफरी के बीच सड़क किनारे खड़ी कई गाड़ियों के शीशे चटक गए। हालात बिगड़ने पर पुलिस ने पहले बीजेपी कार्यकर्ताओं को खदेड़ा और फिर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भी हटाया।
मुजफ्फरपुर में तिलक मैदान रोड स्थित कांग्रेस कार्यालय के बाहर भाजपा कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया। कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के नेताओं के खिलाफ जमकर नारे लगे। वहीं, आरा में भाजपा ने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव का पुतला दहन किया तो कांग्रेस कार्यकर्ता विरोध में मैदान में उतर गए। यहां भी दोनों पक्षों के बीच धक्का-मुक्की और झड़प की नौबत बन गई।
इस बीच, पटना में भाजपा नेता रूप नारायण मेहता ने पाटलिपुत्र थाने में लिखित शिकायत दी है। उनका आरोप है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर लाठी-डंडे और पत्थर से जानलेवा हमला किया। उन्होंने एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है।
राजनीतिक हलकों में यह विवाद अब और तेज होने की संभावना जताई जा रही है। बीजेपी कांग्रेस से सार्वजनिक माफी की मांग पर अड़ी है, जबकि कांग्रेस इसे भाजपा की साजिश बता रही है।
