पटना : जेडीयू के पोस्टरों में नीतीश के साथ मोदी का फोटो होना सियासी गलिरायों में चर्चा का विषय बना हुआ है। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले सियासी गलियारे में पोस्टर पॉलिटिक्स पहले से ही चरम पर है जेडीयू कार्यालय के बाहर मंगलवार को बड़ी संख्या में पोस्टर लगाए गए हैं। कार्यालय की बाहरी दीवार इनसे पटी हुई है। पोस्टर में पीएम मोदी और सीएम नीतीश की तस्वीरें हैं। उनके साथ अलग-अलग नारे लिखे गए हैं, जैसे- महिलाओं की जय-जयकार, लग रहे उद्योग मिल रहा रोजगार, नौकरी रोजगार खुशहाल बिहार, फिर से एनडीए सरकार। इन पोस्टर के जरिए बीजेपी और जेडीयू में एकजुटता को दिखाने की कोशिश की गई है। बताया जा रहा है कि यह पहला मौका है जब जेडीयू दफ्तर में औपचारिक रूप से मोदी और नीतीश के एक साथ पोस्टर लगाए गए हैं। बीच-बीच में पार्टी के सीनियर नेताओं द्वारा चुनाव के बाद सीएम पर फैसला करने की बात कहकर थोड़ी कंफ्यूजन भी पैदा की जाती रही है। पिछले दिनों केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार का सीएम कौन बनेगा, इसका फैसला समय पर छोड़ दिया था। इससे बीजेपी और जेडीयू के बीच खटपट की अटकलें भी चलीं। भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी दानिश इकबाल ने मंगलवार को जारी बयान में कहा कि राजद जैसे अन्य पार्टियों के लोग ये दुष्प्रचार फैला रहे हैं कि जदयू को भाजपा खत्म कर देगी। उन्हें अब यह पोस्टर करारा जवाब है। उन्होंने कहा कि एनडीए का गठबंधन सिर्फ सत्ता का नहीं, विचार और विकास का गठबंधन है। नीतीश कुमार के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर लगना एक स्वागत योग्य और सकारात्मक संकेत है। यह दर्शाता है कि बिहार के विकास के लिए एनडीए की सभी पार्टियां एकजुट हैं और ‘सबका साथ, सबका विकास की सोच के साथ आगे बढ़ रही हैं।
