इस मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि अब खुशी तब होगी जब बच्चे हॉस्टल में शिफ्ट होंगे. उन्होंने कहा कि यह हॉस्टल 2027 तक बन कर तैयार हो जाएगा. हमारी कोशिश है कि आपकी परेशानियों को कम किया जा सके. झारखंड के लोगों को कई परेशानियों से जूझना पड़ता है, लेकिन हमारी सरकार उन सभी समस्याओं को एक-एक कर समाधान करने की कोशिश कर रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि अब राज्य के सभी कल्याण विभाग के छात्रावास में सरकार की तरफ से भोजन उपलब्ध कराया जाएगा. अब छात्रों और उनके अभिभावकों को बोरा में गांव से ढोकर चावल लाने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि यह कैंपस बहुत बड़ा है. हमलोगों का प्रयास होगा कि यहां हम बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करा सकें. इस अवसर पर उन्होंने राज्य के हर जिले में भीमराव अंबेडकर के नाम पर पुस्तकालय बनाने की भी घोषणा की.
उन्होंने कहा कि राज्य के सरकारी स्कूल अब बेहतर कर रहे हैं. 80 सीएम उत्कृष्ट विद्यालय के विद्यार्थियों ने 10वीं और 12वीं की परीक्षा में शानदार प्रदर्शन किया है. उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा के लिए सरकार गुरुजी क्रेडिट कार्ड के माध्यम से 15 लाख से अधिक लोन की व्यवस्था की है. वहीं कल्याण विभाग के मंत्री चमरा लिंडा ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देशों पर काम हो रहा है. विभाग जनजातीय और आदिवासी छात्रों के लिए लगातार बेहतर करने के प्रयास में है. उन्होंने कहा कि यहं इस तरह का हॉस्टल बनकर यहां तैयार होगा, जो कभी हमारे छात्रों ने सोचा भी नहीं था. बताते चलें कि मंत्री चमरा लिंडा एक लंबे समय तक इस आदिवासी हॉस्टल में रहकर पढ़ाई की थी. उनके राजनीतिक जीवन की शुरुआत इसी हॉस्टल से हुई थी. वहीं राज्यसभा सांसद महुआ माजी ने कहा कि यह हॉस्टल काफी जर्जर हो गया था.वहीं यहां रहने वाले छात्र घरों से अनाज कंधों में ढोकर लाते थे, लेकिन सीएम ने छात्रों की परेशानी को देखते हुए यहां आधुनिक बहुमंजिला हॉस्टल निर्माण कराने का निर्णय लिया है. यह विद्यार्थियों के लिए काफी फायदेमंद साबित होगा. विद्यार्थी सही तरीके से यहां पठन-पाठन कर पाएंगे. हॉस्टल में खाने की भी व्यवस्था रहेगी.
