रांची। गोड्डा में पुलिस एनकाउंटर में मारे गए पूर्व विधानसभा प्रत्याशी सूर्या हांसदा के परिजनों ने अब न्यायिक लड़ाई शुरू कर दी है। हांसदा की पत्नी सुशीला मुर्मू और मां नीलमुनी मुर्मू ने इस मुठभेड़ को फर्जी बताते हुए झारखंड हाईकोर्ट में क्रिमिनल रिट दाखिल की है। याचिकाकर्ताओं ने राज्य के मुख्य सचिव, गृह सचिव, डीजीपी, गोड्डा और देवघर के एसपी समेत कई अधिकारियों को पार्टी बनाया है। इसमें पूरे मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की गई है। यह याचिका अधिवक्ता कुमार हर्ष के माध्यम से दाखिल की गई है। गौरतलब है कि 11 अगस्त को बोआरीजोर थाना क्षेत्र के ललमटिया धमनी पहाड़ में पुलिस एनकाउंटर में सूर्या हांसदा मारा गया था। पुलिस का दावा था कि 10 अगस्त की शाम उसकी गिरफ्तारी के बाद वह हथियार बरामदगी के दौरान पुलिस का हथियार छीनकर भागने लगा था, जिसके बाद गोली चलानी पड़ी। सूर्या हांसदा चार बार विधानसभा चुनाव लड़ चुका था। उसने 2009 और 2014 में जेवीएम से, 2019 में भाजपा से और 2024 में जेएलकेएम पार्टी से चुनाव लड़ा, हालांकि जीत नहीं मिल पाई। 2019 के चुनाव में वह भाजपा उम्मीदवार के रूप में दूसरे स्थान पर रहा था। परिजनों का कहना है कि उसकी गिरफ्तारी देवघर के मोहनपुर थाना क्षेत्र से हुई थी और एनकाउंटर कहानी गढ़ी गई। हाल ही में उसके खिलाफ साहिबगंज और गोड्डा जिलों में कई आपराधिक मामले दर्ज हुए थे। अब हाईकोर्ट में याचिका दाखिल होने से पूरे मामले में नई कानूनी लड़ाई शुरू हो गई है।
